CBI की रडार पर रहे पूर्व विधायक कांग्रेस में शामिल, JDU ने उठाए सवाल
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CBI की रडार पर रहे पूर्व विधायक कांग्रेस में शामिल, JDU ने उठाए सवाल

 पूर्व विधायक विजेन्द्र चौधरी के कांग्रेस ज्वाईन करने के बाद जेडीयू ने कांग्रेस की मनसा पर सवाल उठाए हैं. 

पूर्व विधायक विजेंद्र चौधरी ने कांग्रेस ज्वाइन किया है.

पटनाः पूर्व विधायक विजेन्द्र चौधरी के कांग्रेस ज्वाईन करने के बाद जेडीयू ने कांग्रेस की मनसा पर सवाल उठाए हैं. जेडीयू ने पूर्व विधायक को दागी बताते हुए कांग्रेस पर दागी छवि के नेताओं के जरिये चुनाव जीतने का आरोप लगाया है. वहीं, कांग्रेस इस मामले पर सिर्फ सफाई देती नजर आ रही है. 

लोकसभा चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस लगातार अपना कुनबा बढ़ा रही है. लेकिन इस कुनबे में कई बाहुबली और दागी छवि के नेता भी कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं. अनंत सिंह, पप्पू खां के बाद नया नाम पूर्व विधायक विजेन्द्र चौधरी का है. विजेन्द्र चौधरी ने गुरुवार को कांग्रेस पार्टी का दामन थामा है. बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने विजेन्द्र चौधरी को पार्टी की सदस्यता दिलायी है.

मुजफ्फरपुर से अपनी राजनीति करनेवाले विजेन्द्र चौधरी कई गंभरी आपराधिक मामले दर्ज है. विजेन्द्र चौधरी पर हत्या बलात्कार धोखाधड़ी जैसे 11 संगीन मामले दर्ज हैं. सबसे खासबात यह है कि मुजफ्फरपुर नवरुणा हत्याकांड मामले में सीबीआई ने विजेन्द्र चौधरी को भी अभियुक्त बनाया है. विजेन्द्र चौधरी तीन बार विधायक रहे हैं. जेडीयू के टिकट पर भी उन्होंने चुनाव लड़ा है. जेडीयू के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं. लेकिन काफी पहले उन्होंने जेडीयू का साथ छोड़ दिया है.  

वहीं, जेडीयू ने विजेन्द्र चौधरी को कांग्रेस में शामिल कराये जाने पर हमला बोला है. पार्टी के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि विजेन्द्र चौधरी जब जेडीयू में थे तब तक कांग्रेस आरजेडी उनके दागी होने का आरोप लगाकर जेडीयू का लगातार घेर रहे थे. आज उस विजेन्द्र चौधरी को पार्टी में शामिल कराकर कांग्रेस गौरवान्वित महसूस कर रही है. कांग्रेस पार्टी की न तो कोई नीति है और न ही साफ नीयत है. पार्टी सिर्फ दिखावे के लिए स्वच्छ राजनीति की बातें करती है. 

वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा भी इस मसले पर अपना ठोस पक्ष रखते नजर नहीं आ रहे. मदन मोहन झा ने कहा है विजेन्द्र चौधरी कई बार विधायक रह चुके हैं. अगर उनपर कोई केस है तो वो केस लड़ेगें. लेकिन उन्हें टिकट का आश्वासन नहीं दिया गया है. कांग्रेस में शामिल होने वाले किसी भी सख्स को पार्टी टिकट का आश्वासन नहीं दे रही है. लोग स्वेच्छा से पार्टी में जुड रहे हैं.   

ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि क्या कांग्रेस दागियों और बाहुबलियों के सहारे ही 2019 चुनाव में जीत हासिल करना चाहती है.