अरुण कुमार के बयान पर JDU का पलटवार, बरसाती मेंढक से की तुलना
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अरुण कुमार के बयान पर JDU का पलटवार, बरसाती मेंढक से की तुलना

रालोसपा से अलग होने के बाद अरुण कुमार ने अपनी नई पार्टी राष्ट्रीय समता पार्टी (सेक्यूलर) बनाई है. 

जहानाबाद के सांसद हैं अरुण कुमार. (फाइल फोटो)

पटना : जहानाबाद सांसद अरुण कुमार के द्वारा बिहार का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधने और लालू यादव के प्रति नरमी को लेकर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने पलटवार किया है. पार्टी प्रवक्ता डॉ सुनील ने कहा कि हर कोई अपनी पार्टी बनाने के लिए स्वतंत्र है. चुनाव आते ही बरसाती मेंढक अधिक हो जाते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि अरुण कुमार चारा घोटाले में दोषी का बचाव कर रहे हैं. यह भ्रष्टाचारियों के प्रति उनकी सोच को दर्शाता है.

जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि अरुण कुमार को जिसने राजनीति में बनाया उसी को उन्होंने दोषी ठहराया. अरुण कुमार की कोई राजनीतिक अस्थिरता नहीं है. सदैव मोलभाव में लगे रहते हैं.

उन्होंने कहा कि अगर अरुण कुमार राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) से चुनाव लड़ते हैं तो उनकी लुटिया डूब जाएगी, क्योंकि आरजेडी की लुटिया पहले से ही डूबी हुई है.

ज्ञात हो कि सांसद डॉ अरुण कुमार ने गांधी मैदान में आयोजित एक रैली के दौरान एनडीए से दूरी का संकेत दिया था. इस दौरान उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा था वहीं, लालू यादव के प्रति नरमी दिखाई थी.

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रालोसपा से अलग होने के बाद अरुण कुमार ने अपनी नई पार्टी राष्ट्रीय समता पार्टी (सेक्यूलर) बनाई है. पटना के गांधी मैदान में रैली के दौरान उन्होंने किसानों को लेकर नीतीश सरकार पर जमकर हमला किया. उन्होंने कहा था कि किसानों के हित में कोई सरकार नहीं सेचती है. सरकारे केवल कॉरपोरेट के लिए काम करती है. इस दौरान वह केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा पर भी जमकर हमला बोला.

उन्होंने पूछा शिक्षा का हाल पहले से बेहतर किया या सरकारी स्कूलों को और पीछे धकेल दिया है. रोज हत्याएं हो रही हैं. छह लोगों की हत्या करने वाला प्रशासन के साथ घूमता है. पुलिस शराब और बालू में फंसी है. सुशासन बाबू एक्शन में नहीं आए तो जनता फैसला लेगी. नीतीश कुमार से सौ प्रतिशत अच्छे लालू यादव हैं. उन्होंने कहा कि चारा घोटाला का पैसा सभी दलों ने खाया.

गौरतलब है कि रालोसपा के टिकट से ही अरुण कुमार जहानाबाद से सांसद बने थे. लेकिन बीच में उनके और कुशवाहा के बीच मनमुटाव बढ़ गया, जिसके बाद अरुण कुमार ने उनसे अलग होकर अपनी नई पार्टी राष्ट्रीय समता पार्टी (सेक्यूलर) का गठन किया है.