स्थापना दिवस पर CM हेमंत बोले-झारखंड ने 20 वर्षों में देखी कई चुनौतियां, विकास के लिए हम प्रयासरत
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स्थापना दिवस पर CM हेमंत बोले-झारखंड ने 20 वर्षों में देखी कई चुनौतियां, विकास के लिए हम प्रयासरत

हेमंत सोरेन ने कहा कि अलग राज्य के बाद हमने इन 20 वर्षों में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. कई चुनौतियां देखी हैं. ये विधानसभा उन उतार-चढ़ाव और चुनौतियों का गवाह बना है.

झारखंड विधानसभा का 20वां स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. (तस्वीर साभार-@prdjharkhand)

रांची: झारखंड विधानसभा का 20वां स्थापना दिवस रविवार को मनाया गया. इस दौरान उत्कृष्ट विधायक नलिनी सोरेन को सम्मानित किया गया. साथ ही, राज्य के शहीदों के परिजनों, मैट्रिक व इंटर की परीक्षा में अव्वल आने वाले विद्यार्थियों और कोरोना वारियर्स को सम्मानित किया गया.

वहीं, नेता प्रतिपक्ष को अभी तक विधानसभा अध्यक्ष की तरफ से मान्यता नहीं दी गई है, इसलिए कार्यक्रम में बीजेपी के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण को बुलाया गया. बिरंची नारायण ने कहा कि अच्छा होता अगर नेता प्रतिपक्ष इस कार्यक्रम में रहते. नेता प्रतिपक्ष सभा के श्रृंगार हैं. अगर बाबूलाल मरांडी इस कार्यक्रम में आते तब इसकी भव्यता और बढ़ जाती.

इधर, कार्यक्रम में सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि आज हम सभी विधानसभा की 20वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. उल्लास और खुशियों का माहौल है. अलग राज्य के बाद हमने इन 20 वर्षों में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. कई चुनौतियां देखी हैं. ये विधानसभा उन उतार-चढ़ाव और चुनौतियों का गवाह बना है. यहां हम 
सभी 81 विधायक मिलकर इस राज्य को दिशा देने में लगातार प्रयासरत रहते हैं.
 
सीएम ने कहा कि झारखंड यूं तो देश के सबसे पिछड़े राज्य में आता है. लेकिन कार्यापालिका और विधायिका के सहयोग से वैश्विक महामारी में भी सफलता के साथ आगे बढ़ रहे हैं. हेमंत सोरेन ने कहा कि देश का सबसे पिछड़ा राज्य होने के बाद भी कोरोना महामारी से निपटने में झारखंड देश में सफलता का एक उदारण बना है. राज्य में न भय का माहौल बनने दिया गया और न ही किसी को भूखा मरने दिया गया. किसी तरह की अफरा-तफरी भी नहीं मची. कई राज्यों की स्थिति बहुत भयावह हो चुकी है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य  के अंदर कई ऐसे संसाधन हैं जिसके माध्यम से विश्व स्तर पर इस राज्य को एक अलग पहचान दी जा सकती है. इस राज्य की आन्तरिक व्यवस्था को अवसर में बदलने की जरूरत है. इसके लिए जरूरी है अनुशासित और शांतिप्रिय व्यवस्था कायम करने का, तभी राज्य के प्रति लोगों का आकर्षण भी बढ़ेगा और सपने को साकार करने में मदद मिलेगी.

विधानसभा अध्यक्ष  रविंद्र नाथ महतो ने कहा कि विधानसभा में समितियां तो बहुत बनती हैं लेकिन उनके संचालन के लिए अभी तक कोई नियमावली नहीं थी. इसके कारण कई समितियां कार्य नहीं कर पाती थी. इसे ध्यान में रखते हुए एक प्रारूप समिति का गठन किया गया, जिन्होंने समितियों के लिए विशिष्ट नियमावली तैयार किया है.

वहीं, बिरसा मुंडा उत्कृष्ट विधायक सम्मान सत्र 2020 के लिए शिकारीपाड़ा से लगातार सात बार चुने गए  विधायक नलिन सोरेन को बिरसा मुंडा उत्कृष्ट विधायक सम्मान दिया गया. इसके लिए उन्हें मोमेंटम, शॉल और 51 हजार रुपए दिया गया. बता दें कि स्थापना दिवस को लेकर नए विधानसभा भवन को दुल्हन की तरह आकर्षक विद्युत साज-सज्जा और फूलों से सजाया गया है. 

कोरोना को देखते हुए इस वर्ष विशेष कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया है. वैसे प्रत्येक वर्ष विधानसभा के स्थापना दिवस के अवसर पर बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता था. लेकिन इस बार सिर्फ सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है.

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शामिल हुए. साथ ही विधानसभा के सभी सदस्य, मंत्री और कर्मी शामिल हुए. इस अवसर पर इस वर्ष देश की सीमा पर शहीद हुए जवान, नक्सल घटना में शहीद हुए जवानों के परिजनों को सम्मानित किया गया. साथ ही कोरोना वारियर्स के तौर पर काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों,उत्कृष्ट विधायक और उत्कृष्ट कर्मी, मेट्रिक इंटर के टॉपर्स को सम्मानित किया गया.