Jharkhand News: गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना का शुभारंभ, पैसे के अभाव में अब नहीं छूटेगी बच्चे की पढ़ाई, मिलेंगे कई फायदे
Jharkhand News: झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने आज सोमवार (11 मार्च) को गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना और मानकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना का शुभारंभ कर दिया है. इसे लेकर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने खेलगांव स्थित टाना भगत स्टेडियम में कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
रांचीः Jharkhand News: झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने आज सोमवार (11 मार्च) को गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना और मानकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना का शुभारंभ कर दिया है. इसे लेकर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने खेलगांव स्थित टाना भगत स्टेडियम में कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
आज राजधानी रांची के खेलगांव स्थित टाना भगत स्टेडियम में कार्यक्रम हुआ. जहां मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, मंत्री बादल पत्रलेख, सांसद महुआ माजी, विधायक नेहा शिल्पी तिर्की, बैंकों के महाप्रबंधक, कई विश्वविद्यालय के कुलपति और डिग्री कॉलेज के प्राचार्य एवं हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे.
इस मौके पर उच्च शिक्षा एवं तकनीकी विभाग के निदेशक रामनिवास यादव ने बताया कि यह योजना को धरातल पर उतारने के लिए लगभग 6 महीने से काम चल रहा था. बैंकों से सरल प्रणाली बनाने में थोड़ी दिक्कत आई, लेकिन अब सब कुछ ठीक है. कई बैंकों के प्रतिनिधि ने कहा कि आप सीधे बैंक पहुंचे, हम आपको लोन देंगे, सरकार गारंटी ले रही है. इस मौके पर मंत्री बादल ने बेहद ही ऊर्जावान तरीके से याद दिलाया कि देश के राष्ट्रपति रहे और प्रख्यात वैज्ञानिक डॉ एपीजे अब्दुल कलाम कहते थे कि सपने वह नहीं जो आप सो कर देखते हैं, सपने वो हैं जो आपको सोने नहीं देते. इस बात पर छात्र-छात्राओं ने खूब गर्म जोशी से मंत्री का अभिवादन किया.
इस मौके पर मुख्यमंत्री चंपई ने कहा कि यह योजना सबके लिए है. हर वर्ग को इसका लाभ मिले और गुरु जी क्रेडिट कार्ड से जहां उच्च तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर आगे बढ़ सकते हैं. वहीं छात्राओं के लिए विशेष मानकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना लाई गई, ताकि हमारे गरीब गुरबा की बेटियां चूल्हे चौके तक सीमित ना रहे, वह भी अपनी उड़ान भर सके, सरकार आपके साथ है, अगर आप में प्रतिभा है तो आपको अब रोकने वाला कोई नहीं.
उन्होंने आगे कहा कि आप पढ़ाई करें, विदेश जाएं और फिर झारखंड आए और झारखंड को आगे बढ़ाएं. इधर योजना का लाभ पाकर छात्राओं के चेहरे पर एक अलग ही चमक देखने को मिली. पिछड़ी जाति से आने वाले एक छात्र ने कहा कि हमारे परिवार के लिए संभव नहीं था कि हम दसवीं के बाद आगे की पढ़ाई कर सके, लेकिन यह योजना एक नई उम्मीद लेकर आई है. वहीं दूसरी छात्रा ने बताया कि उसकी शादी होने जा रही थी, लेकिन इस योजना के वजह से वह आगे की पढ़ाई की बात कह कर शादी को टाल सकी. वही एक और छात्र ने बताया कि वह बीटेक में एडमिशन नहीं ले पा रहा था, लेकिन अब ले पाएगा. ऐसे में यह तमाम योजनाएं झारखंड के लगभग 70 लाख छात्राओं के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी. उनका भविष्य उज्जवल होगा, देश के अन्य राज्यों के साथ वह कम से कदम मिलाकर अपनी प्रतिभा का दंभ भर सकेंगे.
इनपुट- आयुष कुमार, रांची
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