धनबाद: नमाज के लिए इकट्ठा हुए थे 100 लोग, देखते ही देखते धंस गई मस्जिद
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धनबाद: नमाज के लिए इकट्ठा हुए थे 100 लोग, देखते ही देखते धंस गई मस्जिद

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक तेज आवाज के साथ मस्जिद धंसी और उसका एक बड़ा हिस्सा जमीन में बड़ी दरारों में समा गया. इसके बाद बस्ती के लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आये.

 

(प्रतीकात्मक तस्वीर)

Dhanbad: धनबाद के कोयला क्षेत्रों में लगी आग और अंदर से खोखली होती जमीन की वजह से बुधवार की देर शाम फिर एक बड़ा हादसा सामने आया. भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (Bharat Coking Coal Limited) के सिजुआ क्षेत्रअंतर्गत मोदीडीह कोलियरी क्षेत्र में एक मस्जिद अचानक जमींदोज हो गयी. सुखद संयोग यह रहा कि उस वक्त मस्जिद में कोई मौजूद नहीं था.

  1. मोदीडीह कोलियरी में हुआ बड़ा हादसा
  2. हादसे के बाद ग्रामीणों का फूटा गुस्सा

नमाज के लिए इकट्ठा हुए थे 100 लोग
हादसे के लगभग दो घंटे पहले यहां नमाज के लिए तकरीबन सौ लोग इकट्ठा हुए थे. इस हादसे के बाद स्थानीय लोग गुस्से में हैं और इसके लिए यहां आउटसोर्सिंग काम करनेवाली कंपनी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.

मस्जिद का बड़ा हिस्सा जमीन में धंस गया
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक तेज आवाज के साथ मस्जिद धंसी और उसका एक बड़ा हिस्सा जमीन में बड़ी दरारों में समा गया. बस्ती के लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आये. बता दें कि इस इलाके को पहले ही खतरनाक क्षेत्र के तौर पर चिन्हित किया जा चुका है.

तीन साल पहले भी हुआ था विस्फोट
खनन क्षेत्र में लगी आग की वजह से यहां जमीन के नीचे का तापमान बेहद असामान्य पाया गया है. ध्वस्त हुई मस्जिद की दीवारों में पहले से दरारें पड़ चुकी थीं. लगभग तीन साल पहले यहां की जमीन में विस्फोट भी हुआ था. जमीनी आग के चलते मोदीडीह 6-10 काली मंदिर भी पहले जमींदोज हो चुकी है. यहां एक छोटी मस्जिद भी इन्हीं कारणों से ध्वस्त हो चुकी है.
 
कई बार हो चुका है प्रदर्शन

मोदीडीह कोलियरी में कोयला खनन के दौरान इनक्लाइन चलने के बाद जमीन के अंदर आग धधकी थी. धीरे-धीरे आग बढ़ती चली गई और तेतुलमुड़ी बस्ती, तेतुलमुड़ी 22-12 बस्ती, मोदीडीह 6-10, जोगता इलाके में फैल गयी. 22-12 बस्ती में जमीनी सतह से कई जगह गैस का रिसाव होता रहता है. इस इलाके की ऐसी समस्याओं को लेकर बीसीसीएल (BCCL) कार्यालय के समक्ष स्थानीय लोगों ने कई बार प्रदर्शन किया है.

केंद्रीय टीम कर चुकी है सर्वे
पिछले सितंबर महीने में केंद्र से आयी एक टीम ने भी इस इलाके का सर्वे किया था. भू-धसान क्षेत्र में रहनेवाले लोगों को सुरक्षित जगह पर बसाने और इसमें आ रही अड़चनों के संबंध में जानकारी भी ली थी.

लोगों का कहना है कि आउटसोर्सिंग कंपनी की लापरवाही और बीसीसीएल प्रबंधन की अनदेखी की कारण ऐसी घटना हुई है. भविष्य में इससे भी बड़ी दुर्घटना न हो जाए, इसके लिए आउटसोर्सिंग का काम बंद कराना जरूरी है. ग्रामीण यहां आउटसोर्सिंग कंपनी के काम को बंद कराने पर आमादा थे. पुलिस ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत कराया.

(इनपुट-आईएएनएस)

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