Dhanbad: Gangster Aman Singh: गैंगस्टर अमन सिंह जेल में बंद रहकर भी कारोबारियों और चिकित्सकों को धमकी से हर महीने 30 लाख रुपये से भी ज्यादा की वसूली करता है। उसके गुर्गे धनबाद कोयलांचल में फैले हुए हैं, जो उस तक कारोबारियों एवं अन्य के बारे में सूचनाएं पहुंचाते हैं। फिर अमन के हुक्म और इशारे पर टारगेट तय कर उन्हें धमकाया जाता है। इसका खुलासा गैंगस्टर अमन सिंह के बड़े भाई और गिरोह के अहम सदस्य अजय सिंह ने पुलिस के समक्ष किया है। अजय सिंह को पिछले दिनों यूपी के अंबेडकर नगर जिले के राजे सुल्तानपुर से गिरफ्तार किया गया था।


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जेलर अश्विनि तिवारी को किया सस्पेंड
अमन सिंह की लगातार धमकियों के चलते धनबाद के मशहूर चिकित्सक डॉ समीर को शहर तक छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा था. इस पूरे मामले के बाद धनबाद के चिकित्सकों ने आंदोलन शुरू किया जिसके बाद पुलिस ने गिरोह पर कार्रवाई की.  पुलिस बीते शनिवार 7 मई को अमन सिंह को धनबाद की जेल से दुमका की जेल में शिफ्ट कर दिया. पुलिस ने जांच में पाया कि अमन जेल के अंदर से ही अपने सारे काम को अंजाम दे रहा था. जिसके बाद धनबाद के जेलर अश्विनि तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है. 



हर महीने करता था 30 लाख की वसूली
इस पूरे मामले को लेकर धनबाद के एसएसपी संजीव कुमार ने जेल के आईजी को पत्र लिखकर जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गैंगस्टर अमन सिंह जेल में बंद रहकर फोन से कारोबारियों को लगातार धमकियां दे रहा है और लगभग हर महीने 30 लाख रुपये तक वसूली कर रहा है. इस पूरे मामले में जेल के अधिकारियों ने अमन सिंह की मदद की है. वहीं जिले के गोविंदपुर थाने में 7 मई के दिन अमन सिंह समेत उसके परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. जिसमें अमन सिंह के दोनों भाई, पिता और ससुर समेत 9 लोग और शामिल हैं जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है. एफआईआर में साफ तौर पर मेंशन किया गया है कि अमन सिंह जेल में रहकर फोन के जरिए कई नम्बरों से करोबारियों और चिकित्सकों को वसूली के लिए धमकियां दे रहा है. 


डिप्टी मेयर की हत्या के मामले में है जेल में बंद
गैंगस्टर अमन सिंह उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. वह  एक पेशवर शूटर है. जिसपर आरोप है कि उसने धनबाद के विधायक संजीव सिंह के द्वारा सुपारी लेकर डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या कर दी थी. जिसके बाद से वह हत्या के मामले में जेल में बंद है. लेकिन इस पूर मामले के बाद से अमन सिंह के नाम से लोग ड़रने लगे हैं जिसका वह फायदा उठा कर धनबाद के कारोबारियों और चिकित्सकों से वसूली कर रहा है. वसूली के सारे पैसे अमन सिंह के परिवार वालों और उसके रिश्तेदारों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किए जाते हैं.अजय सिंह ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए कहा कि अजय ने खुद डॉ. समीर से जेल के अंदर से व्हाट्सएप कॉल पर वसूली की थी.


इनपुट- आईएएनएस


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