रांची :  झारखंड में मांडर का उपचुनाव सिर पर है और तमाम सियासी दल इसको लेकर ताल ठोंक चुके हैं. आपको बता दें कि इसको लेकर वहां के दोनों गठबंधनों के नेता पूरे दमखम से चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं. इसी क्रम में सीएम हेमंत सोरेन ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा बीजेपी के भानु प्रताप शाही उनके ऊपर भी केस चल रहा पर उनका कुछ नहीं होता है और बंधु तिर्की के यहां से कुछ नहीं मिला पर इनकी सदस्यता चली जाती है.


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हेमंत सोरेन ने कोरोना काल में एक समुदाय को पूरे देश में कोरोना का कैरियर तक घोषित कर दिया. उस महामारी में हम लोग अमन चैन से निकले पर यूपी में क्या हालत थे. बर्ड फ्लू में जैसे मुर्गियां मरती है वैसे लोग मर रहे थे. झारखंड ही ऐसा प्रदेश जो पूरे देश को ऑक्सीजन की सप्लाई कर रहा था. 32 साल में पहली बार हमलोगों ने कृषि पदाधिकारी की नियुक्ति की, पता नहीं 20 साल इन लोगों ने क्या किया.


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हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार बनने के बाद हमने काफी चिंतन किया. राज्य आगे क्यों नहीं बढ़ रहा. पिछली सरकार में लोग भात-भात करते मरे, हमारी सरकार ने किसी को भूखे मरने नहीं दिया. भारत सरकार ने हमारे एक लाख 36 हजार करोड़ दबा कर रखा है, हम चुनौती देते हैं जो हमने दावा किया है इनकार करके देखे. आज न कल उन्हें ये चुकाना पड़ेगा. हमारे लिए हमेशा संघर्षमय जीवन रहा है. हमारे ही भाई बंधु को हमारे खिलाफ भेजकर ठगने का काम करता है, हम सारे रिश्ते निभायेंगे पर चुनाव सही तरीके से करेंगे. अभी तो साग-सब्जी थाली से दूर हुआ. वो दिन दूर नहीं जब चावल भी दूर हो जाएगा थाली से फिर क्या करेंगे. 


हेमंत ने आगे कहा कि इन व्यापारियों की दुकानदारी तो देश में चल ही रही है अब अगल-बगल के देशों में भी चलने लगा है.  जिस देश का राजा व्यापारी उस देश की प्रजा हमेशा भिखारी, डबल इंजन को जैसे भेजा वैसे ही अब जो एक इंजन है उसे भी 2024 में उखाड़ फेंकना है. अब ये मांडर पर आए हैं, बंधु तिर्की हमेशा आपके लिए 24 घंटा खड़ा रहने वाला व्यक्ति है. ये आदिवासी का बच्चा है, इसके पास बड़ा-बड़ा वकील नहीं है, हम आदिवासी का बच्चा, हमारे पीछे भी लगा रखा है, काहे इधर-उधर पैसा बर्बाद कर रहे हो, जब मेरे ही पास आना है तो आ जाओ भाई. पता नहीं क्या समझ लिया है, इस सरकार की अस्थिर करने को रोज नया-नया तरीका और हथकंडे अपनाए जा रहे हैं. इसके लिए निर्णय सब लोगों को लेने की अवश्यकता. 


10 जून को रांची में घटना घटी और इसको तत्परता के साथ प्रशासन और सामाजिक लोगों ने संभाला. चंद घंटों में संभाला गया हमने कहा ये सरकार आप की है. षडयंत्रकारी चतुर है, वो तैयारी के साथ बैठा है कैसे लड़ाना है, जहां लोग लड़ते हैं वहीं इनकी राजनीतिक रोटी पकती है. जो तनाव का वातावरण बीजेपी इस राज्य में फैलाना चाहती है उसके लिए पहल होनी चाहिए.