पटनाः बिहार विधानपरिषद में हाईस्कूल के शिक्षकों का वेतन अब तक नहीं मिलने पर शुक्रवार को सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा को घेर लिया. सदस्यों ने शिक्षा मंत्री के जवाब को गलत करार देते हुए कहा कि जो भी अधिकारी इस तरह की गलत जानकारी दी है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए.


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शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने विधानपरिषद में कहा कि बिहार सरकार नियोजित शिक्षकों को सम्मान देने में कहीं से पीछे नहीं है. हम शिक्षकों की हर समस्या के समाधान को लेकर तत्पर हैं. जहां तक वेतन में देरी की बात है तो हम इसको लेकर सक्रिय हैं.



सदस्य फिर भी मानने को तैयार नही थे. सदस्यों ने कहा कि मंत्री जी बताएं कि कितने दिनों में शिक्षकों के खाते में वेतन की राशि भेजी जाएगी. सदस्य बार-बार मांग कर रहे मंत्री जी अपनी खिंचाई देखते हुए  यह कह दिया कि नियोजित शिक्षक बनने के बाद लोगों का दहेज बढ़ गया है. शिक्षा मंत्री ने तो अपने गांव का एक उदाहरण भी प्रस्तुत कर दिया.


शिक्षा मंत्री के मुंह से जैसे हीं दहेज वाली बात निकली सारा सदन उका मुंह देखने लगा. कई सदस्य तो यह कहने लगे कि मंत्री जी यह क्या कह गए. वहीं, कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेम चन्द्र मिश्रा ने कहा की यह अदभुत सरकार है इसमे 9 रत्न नीतीश कुमार के हैं. एक से एक बयान सदन में देते हैं. कभी कोई जबाब सही नहीं देते हैं.


राज्य में दहेज प्रथा बन्द हो गया है. कड़े कानून हैं मंत्री सदन के पटल में कह रहे है की दहेज बढ़ गया है. शिक्षकों का मुख्यमंत्री को अपने ऐसे मंत्री पर ध्यान देना चाहिए क्योंकी ये हसी के पात्र बन जाते हैं.