Bihar Political Crisis: बिहार में सियासी हलचल की खबरों के बीच लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने शनिवार को एक बड़ी बैठक बुलाई है. इस बैठक में पार्टी के सभी 79 विधायक मौजूद थे. सूत्रों के मुताबिक RJD नीतीश सरकार से समर्थन वापसी कर सकती है और सरकार बनाने का दावा भी कर सकती है. RJD का कहना है कि वह राज्य में सबसे बड़ी पार्टी है, इसलिए उसे सरकार बनाने का मौका मिलना चाहिए. हालांकि, सूत्रों के अनुसार RJD नीतीश कुमार के अगले कदम का इंतजार भी कर रही है और उसने जेडीयू के असंतुष्ट विधायकों से भी संपर्क साधा है. अब देखना ये है कि क्या लालू का  A+B वाला फॉर्मूला सफल होगा. 


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जीतन राम मांझी से मुलाकात का सियासी माहौल
सूत्रों के अनुसार RJD ने जीतन राम मांझी से संपर्क साधा है और उन्हें समर्थन के बदले सीएम बनने का ऑफर दिया. इसके बाद बिहार बीजेपी के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने भी मांझी से मुलाकात की. इससे पहले बीजेपी के वरिष्ठ नेता नित्यानंद राय ने भी मांझी से मुलाकात की थी. बिहार में सरकार बनाने के लिए किसी भी एक पार्टी को 122 विधायकों की जरूरत होती है और वर्तमान में सबसे बड़ी पार्टी RJD है. बीजेपी के 78, जेडीयू के 45 और हम के चार विधायक हैं. इन तीनों दलों के विधायकों की कुल संख्या 127 है, जिससे अगर RJD जीतन राम मांझी की पार्टी का समर्थन प्राप्त करती है, तो नीतीश कुमार के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं.


बिहार में राजनीतिक माहौल की बदल रही दिशा
बिहार के सियासी समीकरण से देखा जा रहा है कि पूरे राज्य में राजनीतिक माहौल किस दिशा में बदल रहा है और किसी एक नेता या पार्टी के समर्थन पर कितनी बातें निर्भर करती हैं. यह बिहार की सियासी स्थिति में एक महत्वपूर्ण पल है, जो आने वाले चुनावों की दिशा और राजनीतिक व्यवस्था पर प्रभाव डाल सकता है.


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