पटना : बिहार की पूर्व सीएम और आरेजडी की नेता राबड़ी देवी अब विधान परिषद की नेता प्रतिपक्ष चुनी गई हैं. उनके बेटे तेजस्वी यादव विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष हैं. पहले बीजेपी नेता हरि सहनी विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष थे, जिन्होंने अगस्त 2023 में सम्राट चौधरी का स्थान लिया था. राबड़ी देवी ने 1997 में पहली बार सीएम का कार्यभार संभाला था, जब उनके पति लालू यादव को चारा घोटाला मामले में फंसाया गया था. उसके बाद वह 1999 से 2000 और फिर 2000 से 2005 तक सीएम रहीं. राबड़ी बिहार की पहली महिला सीएम भी रही हैं.


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राबड़ी देवी ने सीएम नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि उनके राज में महिलाएं घर से बाहर नहीं निकलती थीं. इस पर राबड़ी देवी ने तुरंत माइक पकड़ लिया और पूछा कि गरीबों को मान-सम्मान किसने दिया? इसके अलावा एक वीडियो में उन्होंने जेडीयू के एक पार्षद को फटकारते हुए दिखाई दी. जेडीयू के एमएलसी संजय सिंह को भी कार के पोर्टिको में टोका गया था.


साथ ही कहा कि अक्टूबर 2022 में भी उन्हें यह पद मिला था, जब आरजेडी ने विपक्षी पार्टी के रूप में पहचान मिली थी. तब उनके पास 11 विधायक थे, जो बढ़ते आरजेडी की संख्या को दर्शाते थे. विधान परिषद में कुल 75 सदस्य होते हैं और नेता प्रतिपक्ष को कम से कम 10 प्रतिशत सीटों की आवश्यकता होती है. राबड़ी देवी ने 2022 से पहले भी इस पद पर रहा है, लेकिन तब उनके पांच पार्षदों ने पार्टी बदल ली थी, जिसके कारण उन्हें पद छोड़ना पड़ा था.
 


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