Lok Sabha Election 2024: गीता कोड़ा के रूप में सिंहभूम सीट पर BJP को मिल गया बड़ा चेहरा, अब INDIA में घमासान शुरू!
Singhbhum Lok Sabha Seat: सिंहभूम सीट को लेकर विपक्षी गठबंधन (INDIA) के अंदर घमासान शुरू हो चुका है. कांग्रेस और झामुमो दोनों ही इस सीट पर अपना-अपना दावा ठोंक रहे हैं. झामुमो की दलील है कि चाईबासा लोकसभा क्षेत्र की 5 विधानसभा सीटों पर झामुमो का कब्जा है, ऐसे में इस लोकसभा सीट पर उसका हक बनता है.
Singhbhum Lok Sabha Seat: लोकसभा चुनाव से पहले झारखंड में कांग्रेस बड़ा झटका लगा है. यहां कांग्रेस की इकलौती सांसद गीता कोड़ा ने सोमवार (26 फरवरी) को बीजेपी का दामन थाम लिया. गीता कोड़ा के पाला बदलते ही कोल्हान प्रमंडल का सियासी समीकरण पूरी तरह से बदल चुका है. अब इस क्षेत्र की दोनों लोकसभा सीटों पर बीजेपी का कब्जा हो गया है. इस क्षेत्र में 2 लोकसभा सीटें आती हैं. जमशेदपुर संसदीय सीट से बीजेपी आसानी से जीतती रही है. अब गीता कोड़ा के जरिए सिंहभूम सीट पर भी बीजेपी को बड़ा चेहरा मिल गया है. वहीं सिंहभूम सीट को लेकर विपक्षी गठबंधन (INDIA) के अंदर घमासान शुरू हो चुका है. कांग्रेस और झामुमो दोनों ही इस सीट पर अपना-अपना दावा ठोंक रहे हैं.
बता दें कि पिछले चुनाव में कांग्रेस पार्टी को झारखंड की 14 में से सिर्फ एक सीट ही हासिल हुई थी. उस वक्त कांग्रेस की टिकट पर पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा ने सिंहभूम सीट पर जीत हासिल करके पार्टी की लाज बचाई थी. 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा को शिकस्त दी थी. गीता ने लक्ष्मण गिलुवा को 72,155 वोटों से हराया था. वह लोकसभा में पहुंचने वाली पहली महिला आदिवासी सांसद बनी थीं. हालांकि, बीते 5 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कामकाज से कांग्रेस सांसद इतना प्रभावित हुईं कि खुद भी भाजपाई हो चुकी हैं. इस तरह से कांग्रेस की इकलौती सांसद भी बीजेपी के पास चली गई.
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गीता कोड़ा के जाने से इंडिया ब्लॉक से अब इस सीट की दावेदारी किसे मिलेगी, ये बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. कांग्रेस विधायक दल के नेता और झारखंड सरकार में मंत्री आलमगीर आलम ने साफ कहा कि सिंहभूम सीट पर कांग्रेस का कब्जा था और आगे भी उनका ही दावा बनता है. वहीं झामुमो भी बीते 6 महीने से ही चाईबासा सीट पर अपना दावा ठोक रही है. दलील यह दी जा रही थी कि चाईबासा लोकसभा क्षेत्र की 5 विधानसभा सीटों पर झामुमो का कब्जा है, ऐसे में इस लोकसभा सीट पर उसका हक बनता है. चाईबासा से झामुमो विधायक और मंत्री दीपक बिरुवा ने कहा कि लोकसभा सीट पर पार्टी का स्वाभाविक दावा बनता है. अब परिस्थिति बदली है, तो इस पर पुनर्विचार होना चाहिए कि गठबंधन के तहत झामुमो इस सीट पर चुनाव लड़े.
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उन्होंने कहा कि पिछली बार भी गीता कोड़ा जीती थीं, तो उसमें झामुमो के कार्यकर्ताओं का ही बड़ा योगदान रहा है. गठबंधन धर्म का पालन करते हुए झामुमो ने कांग्रेस प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित की थी. वहीं जब मुख्यमंत्री चंपई सोरेन से इस सीट पर दावेदारी को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि गठबंधन के अंदर ये तय होगा कि कौन लड़ेगा. गीता कोड़ा के बीजेपी में जाने पर उन्होंने कहा कि कोल्हान प्रमंडल पहले से अच्छा होगा और मजबूती आएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी का खाता तक नहीं खुला था. इस बार दोनों लोकसभा सीट भी गठबंधन जीतेगी.