Bihar Politics: बिहार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट जीतने के बाद 12 फरवरी दिन सोमवार को नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जेडीयू ने विपक्षी दल राजद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन पर सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों को तोड़ने का प्रयास करने का आरोप लगाया गया. जेडीयू विधायक बीमा भारती और दिलीप राय के अपहरण को लेकर पटना के कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. वहीं, जेडीयू विधायक सुधांशु शेखर ने जेडीयू विधायक डॉ. संजीव और ठेकेदार सुनील कुमार राय पर जेडीयू विधायकों के अपहरण का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है. अब इस पर डॉ. संजीव का सफाइनामा सामने आया है.


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जेडीयू विधायक डॉ. संजीव ने पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैं दोषी नहीं हूं, साजिश के तहत फंसाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार को छोड़कर मैं किसी को नेता नहीं मानता हूं. मेरी बढ़ती लोकप्रियता से लोगों को परेशानी है. ये फाल्स एफआईआर (FIR) है, खत्म हो जाएगा. मुझे अपने नेता का स्नेह प्राप्त है.


विधायक डॉ. संजीव ने कहा कि मुख्यमंत्री से मैंने सारी बात बताई है. सीएम नीतीश कुमार मेरे पिता तुल्य हैं. मैं वोट करने ही आ रहा था, लेकिन फिर भी मुझे डिटेन किया गया. मेरे सर्वमान्य नेता हैं नीतीश कुमार. मैंने विधायकों को नहीं तोड़ा. उन्होंने कहा कि विधायकों को थोड़ी नाराजगी जरूर थी, लेकिन वो दूर हो गई. मुझे किसी से सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं.


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उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मेरे ही दल के कुछ लोगों को मेरी बढ़ती लोकप्रियता से परेशानी है. मुझे जो मुख्यमंत्री से स्नेह मिलता इसलिए लोग मुझसे जलते हैं. एक अधिकारी को लेकर मैं नाराज था. एक दो चट्टे-बट्टे नेता हैं जो खुद को स्वंयभू मानते हैं. जल्दी इनके नामों का खुलासा करेंगे.