Kapil Sibal : हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद अब उस पर और मामले लगाए जाएंगे, ताकि उसे जेल से बाहर न आने दिया जा सके. उन्होंने ईडी की कार्रवाई को लेकर उठाए गए सवालों पर भी चर्चा की है.
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रांची : वरिष्ठ वकील और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को लेकर आलोचना की है. उनका कहना है कि विपक्ष को गिराने के लिए ईडी को गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है. सिब्बल ने कहा कि बीजेपी का एकमात्र लक्ष्य है विपक्ष को हराना है, ताकि वे चुनाव में प्रचार नहीं कर पाएं और इससे चुनाव पर दबाव बने रहे.
#WATCH | Delhi: Senior Advocate and Rajya Sabha MP Kapil Sibal says, "...After Hemant Soren is arrested, they now say, all right, we filed an application for remand. Now they'll take him on remand on February 5 and then they'll ask him to make a statement. Then they will tell the… pic.twitter.com/7buUTZruNX
— ANI (@ANI) February 4, 2024
कपिल सिब्बल ने इससे जुड़े सवाल उठाए कि अगर बीजेपी से जुड़े किसी मामले की जानकारी ईडी को होती है, तो वह क्यों उन्हें नहीं कार्रवाई करती. उन्होंने कहा कि बीजेपी का लक्ष्य विपक्ष को नुकसान पहुंचाना है और उन्हें चुनावी प्रचार में हस्तक्षेप नहीं करने देना है. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद अब उस पर और मामले लगाए जाएंगे, ताकि उसे जेल से बाहर न आने दिया जा सके. उन्होंने ईडी की कार्रवाई को लेकर उठाए गए सवालों पर भी चर्चा की है.
कपिल सिब्बल ने दावा किया कि सरकार विपक्ष को नुकसान पहुंचाना चाहती है और उसके लिए ईडी जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल हो रहा है. उन्होंने दावा किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भी ऐसा किया जा रहा है. कपिल सिब्बल ने यह भी कहा कि हेमंत सोरेन पर और मामले बनाए गए हैं, ताकि उसे 2024 के चुनाव में नुकसान पहुंचाया जा सके. उन्होंने इसे एक आदिवासी के साथ हो रहे अन्याय के रूप में भी देखा.
कपिल सिब्बल ने ईडी की कार्रवाई को लेकर उठाए सवालों को संज्ञान में लेते हुए कहा कि इस संगठन की इस तरह की विश्वसनीयता है. लोगों को फंसाने की कोशिश करना, सरकारों को अस्थिर करना, यह सुनिश्चित करने के लिए कि मौजूदा मुख्यमंत्रियों को मनगढ़ंत सबूतों के आधार पर आरोपी बनाया जाए. इस देश में यह बहुत दुखद स्थिति है और इसका अंत कहां होगा.
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार राज्यों में किसी विपक्षी या अपने मुख्यमंत्री को गिराना नहीं चाहती है और यह एक दिलचस्प प्रयास है विपक्ष को टारगेट करने का है उन्होंने दावा किया कि चुनाव से पहले इस तरह की कार्रवाई विपक्ष को कमजोर करने का प्रयास है ताकि वे प्रचार में दिक्कत झेलें और चुनाव में अधिकांश बहुत्व को नहीं हासिल कर सकें.
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