Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में अब तकरीबन 100 दिन का वक्त बचा है. इसको लेकर सभी दलों ने अपनी-अपनी रणनीति पर काम शुरू कर दिया है. मोदी सरकार इस बार नारी शक्ति वंदन अधिनियम को लेकर चुनावी समर में उतरने वाली है. महिला आरक्षण की मांग आजादी के बाद से उठ रही है. दो बार ये बिल संसद की पटल पर पेश किया गया लेकिन हर बार सिर्फ असफलता ही हाथ लगी. मोदी सरकार ने नई संसद बिल्डिंग में इस बिल को पास कराके इतिहास रच दिया है. नारी शक्ति वंदन अधिनियम के चलते अब लोकसभा में महिलाओं की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. हालांकि, इससे पहले ये जानना काफी जरूरी है कि पिछली बार कितनी महिलाएं सांसद बनी थीं.


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myneta की वेबसाइट के मुताबिक, 2019 यानी 17वीं लोकसभा में 79 महिलाएं जीतकर दिल्ली पहुंची थीं. इसमें सबसे ज्यादा बीजेपी से चुनाव जीती थीं. बीजेपी से 41 तो वहीं कांग्रेस से सिर्फ 6 महिलाएं लोकसभा सांसद बनी थीं. बिहार से मात्र दो महिलाओं को दिल्ली पहुंचने का मौका मिला था. इनमें से किसी का भी संबंध बीजेपी और कांग्रेस पार्टी से नहीं है. बिहार की 2 महिला सांसदों में से एक नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से कविता सिंह तो दूसरी रामविलास पासवान की लोजपा (अब पशुपति पारस गुट से) वीणा देवी को जीत हासिल हुई थी. 


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सीवान से सांसद कविता सिंह पोस्ट ग्रेजुएट हैं और करोड़पति हैं. उनकी कुल संपत्ति 1,93,25,264 रुपये है. कविता सिंह पर 4 अपराधिक मामले भी दर्ज हैं. वहीं वैशाली से लोजपा सांसद वीणा देवी महज 10वीं पास हैं. उनके पास भी 33 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है. myneta वेबसाइट के अनुसार, वीणा देवी की कुल संपत्ति 33,72,84,632 रुपये है, जबकि उनके ऊपर 11,20,89,220 रुपये का कर्ज भी है. वीणा देवी पर भी 2 अपराधिक मामले दर्ज हैं. बता दें कि एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार के कुल 40 सांसदों में से दो सांसद महज 8वीं पास हैं तो छह 10वीं और तीन 12वीं पास हैं.