Bharat Ratna : कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्नः भाजपा, राजद और जेडीयू में क्रेडिट वार
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि बिहार में जननायक कर्पूरी ठाकुर की विरासत में जेडीयू (JDU) किसी से साझेदारी के मूड में नहीं है, भले ही वह महागठबंधन की सरकार चला रहे हों. उन्होंने बुधवार को पटना में कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती पर लाखों की भीड़ को संबोधित किया और इस मौके पर मुख्य विपक्षी बीजेपी और सहयोगी आरजेडी को भी हैरान कर दिया. नीतीश ने आरक्षण बढ़ाने की योजना के साथ अति पिछड़ा वर्ग (EBC) के वोटर्स को संदेश दिया कि जेडीयू ही उनके सच्चे हितैषी है.
नीतीश ने मंच पर खड़े कर्पूरी के बेटे रामनाथ ठाकुर का बार-बार जिक्र करते हुए कहा कि वह कर्पूरी के परिवार का बड़ा सम्मान करते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि उनका आपसी रिश्ता कितना मजबूत है और कर्पूरी के साथ जुड़े होने पर उन्हें कितना गर्व है.
बुधवार को जेडीयू ने कर्पूरी जयंती के अवसर पर आयोजित अति पिछड़ों की रैली में एक शक्तिशाली प्रदर्शन किया. नीतीश ने स्वयं बताया कि कम से कम दो लाख लोगों ने उनके साथ इस रैली में हिस्सा लिया है.
नीतीश ने खुद को कर्पूरी के सच्चे अनुयायी के रूप में पेश करते हुए कहा कि वह केवल कर्पूरी के दिखाए रास्ते पर चलने वाले एक आम व्यक्ति की तरह हैं. उन्होंने बताया कि कर्पूरी जी ने स्वयं को परिवारवाद के खिलाफ स्थानापन्न किया है, बिल्कुल कर्पूरी जी की तरह.
नीतीश ने कर्पूरी की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में सरकार की कई योजनाओं को बताया और कहा कि उन्होंने पिछले 18 वर्षों से बिहार के सभी वर्गों की सेवा करते हुए कर्पूरी के रास्ते पर चलते रहे हैं.
नीतीश ने बताया कि बिहार में कर्पूरी ठाकुर ने अति पिछड़ों को सबसे पहले आरक्षण दिया था. उन्होंने राज्य में जातिगत जनगणना कराकर नए आंकड़ों के हिसाब से सभी वर्गों का आरक्षण बढ़ाया है. उन्होंने बताया कि अति पिछड़ों का कोटा 18 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर दिया गया है. इसके साथ ही ओबीसी, अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए भी आरक्षण में वृद्धि की गई है. बिहार में अब गरीब सवर्ण वर्गों के लिए 10 प्रतिशत का आरक्षण हो रहा है, जिससे कुल 75 प्रतिशत तक का आरक्षण हो जाएगा, जो पहले 50 प्रतिशत था.
मुख्यमंत्री ने शराबबंदी को भी कर्पूरी ठाकुर की विरासत से जोड़ा और याद दिलाया कि कर्पूरी ठाकुर ने भी मुख्यमंत्री के रूप में बिहार में शराबबंदी को लागू किया था. नीतीश ने बताया कि शराबबंदी की वजह से ही कर्पूरी को समय से पहले सत्ता से हटा दिया गया था.
आरजेडी चीफ लालू यादव ने श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में एक बंद सभागार में कर्पूरी ठाकुर जयंती का कार्यक्रम आयोजित किया. मंगलवार को कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से नवाजने का ऐलान होने के बाद लालू यादव ने एक पोस्ट में कर्पूरी ठाकुर को अपना राजनीतिक और वैचारिक गुरु माना है.
कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर बीजेपी भी पीछे नहीं रही. पार्टी ने पहले स्कूल में कार्यक्रम का प्लान बनाया था, लेकिन वहां जगह नहीं मिलने पर पार्टी दफ्तर के बाहर सड़क पर ही एक खुले ट्रक पर मंच बनाकर कार्यक्रम किया.
जेडीयू,आरजेडी और बीजेपी तीनों के बीच कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न का क्रेडिट लेने की होड़ मच गई है. बीजेपी नेता और पार्टी नेतृत्व प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दे रहे हैं, जबकि जेडीयू और आरजेडी यह दावा कर रहे हैं कि उनकी लगातार मांग के कारण बीजेपी सरकार को इस फैसले का सामना करना पड़ा है.