भारतीय जनता पार्टी ने पलामू लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार विष्णु दयाल राम को अपना प्रत्याशी बनाया है. वह साल 2014 और 2019 में बीजेपी के टिकट पर पलामू से लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं. वह झारखंड के डीजीपी भी रह चुके है. विष्णुदयाल राम 1973 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे हैं.
बीजेपी ने राजमहल लोकसभा सीट से ताला मरांडी उम्मीदवार घोषित किया है.वह पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे. इससे पहले ताला मरांडी बोरियो विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के टिकट पर साल 2005 और 2014 में चुनाव जीत चुके हैं.
दुमका के सांसद सुनील सोरेन को दुमका लोकसभा से दोबारा उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर जामताड़ा में भाजपा कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी की और खुशियां मनाया. मौके पर दुमका के सांसद सुनील भी मौजूद थे. पार्टी द्वारा सुनील सोरेन को पुनः दुमका लोकसभा का टिकट दिए जाने को लेकर उन्होंने पार्टी का आभार व्यक्त किया है.
संजय सेठ भारतीय जनता पार्टी से रांची के सांसद हैं. साल 2019 से झारखंड राज्य के रांची से लोकसभा सदस्य के रूप में कार्यरत हैं. उन्हें रांची से टिकट मिला है.
भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा सांसद समीर उरांव को लोहरदगा से उम्मीद्वार बनाया है. वह भाजपा के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं.
गोड्डा सीट से वर्तमान सांसद निशिकांत दुबे को लगातार चौथी बार बीजेपी से टिकट मिला है. निशिकांत दुबे ने पहली बार साल 2009 के चुनाव में गोड्डा सीट पर जीतकर कमल खिलाया था.
हजारीबाग लोकसभा सीट से इस बार बीजेपी ने मनीष जायसवाल को टिकट दिया गया है. वह सदर विधानसभा क्षेत्र से लगातर दो बार के विधायक हैं. दरअसल, जयंत सिन्हा ने इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है.
कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुईं गीता कोड़ा को भारतीय जनता पार्टी ने टिकट दिया है. वब झारखंड के पूर्व सीएम मधु कोड़ा की पत्नी हैं. पूर्व सीएम मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा (Geeta Koda) साल 2009 से 2019 तक 2 बार विधायक रह चुकी हैं. वह (Geeta Koda) पहली बार सिंहभूम लोकसभा सीट से सांसद चुनी गईं.
बिद्युत बरन महतो भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं. साल 2014 के चुनावों में बिद्युत बरन महतो जमशेदपुर सीट से बीजेपी की तरफ से चुनाव लड़ा था. जमशेपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के इस बार प्रत्याशी हैं.
बीजेपी ने एक बार फिर अर्जुन मुंडा दांव लगाया है. उन्हें खूंटी से लोकसभा प्रत्याशी बनाया है. वह झारखंड के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. फिलहाल, वह जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद हैं. अभी अर्जुन मुंडा केंद्र में कृषि मंत्री हैं.
बीजेपी एक फिर अन्नपूर्णा देवी पर भरोसा जताया. वह साल 1998 में वह विधानसभा का पहला उपचुनाव लड़ी थीं. तब वह कोडरमा से विधायक बनी थीं. साल 2000 में विधानसभा चुनाव, साल 2005 और 2009 का विधानसभा चुनाव का जीती थीं. अभी अन्नपूर्णा देवी केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री हैं.
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