Lok Sabha Election 2024: वह बिहार कांग्रेस के प्रभारी सचिव थे. हाल ही में वो राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में शामिल हुए थे. उनके बीजेपी में जाने के बाद कानपुर में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. माना जा रहा है कि बीजेपी उन्हें कानपुर सीट से टिकट भी दे सकती है.
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Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले यूपी में कांग्रेस को एक और झटका लगा है. कानपुर की राजनीति का बड़ा चेहरा माने जाने वाले पूर्व विधायक अजय कपूर आज बीजेपी में शामिल हो गए हैं. वह बिहार कांग्रेस के प्रभारी सचिव थे. हाल ही में वो राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में शामिल हुए थे. बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अनिल बलूनी ने अजय कपूर को दिल्ली में स्थित पार्टी मुख्यालय में अजय कपूर को बीजेपी की सदस्यता दिलाई. कपूर ने एक दिन पहले यानी 12 मार्च को कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव पद से इस्तीफा दे दिया था. उनके बीजेपी में जाने के बाद कानपुर में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. माना जा रहा है कि बीजेपी उन्हें कानपुर सीट से टिकट भी दे सकती है.
बता दें कि अजय कपूर की गिनती यूपी कांग्रेस के बड़े नेताओं में होती है. वह गांधी परिवार में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के करीबी नेताओं में से एक माने जाते थे. वह कानपुर की किदवई नगर सीट से 2 बार और गोविंद नगर सीट से एक बार विधायक भी रह चुके हैं. इस बार उनकी दावेदारी कानपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने की थी. कानपुर में उनकी अदावत अपने ही पार्टी के नेता और पूर्व सांसद श्रीप्रकाश जायसवाल के साथ चल रही थी. टिकट को लेकर दोनों के बीच जबरदस्त मारामारी देखने को मिल रही थी. बता दें सपा के साथ गठबंधन में कानपुर सीट कांग्रेस के पास ही आई है. माना जा रहा था कि पार्टी इस उनको मैदान में उतारना चाहती है. हालांकि इससे पहले उन्होंने पाला बदल लिया.
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बीजेपी के लिए अजय कपूर कोई अनजान नहीं हैं. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और यूपी विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना उनके रिश्तेदार हैं. साढू होने के नाते अजय की कई बार चर्चा तेज हुई की वो माहना के साथ बीजेपी में शामिल हो रहे है. लेकिन हर बार ये चर्चा सिर्फ चर्चा रहकर रह गई. इस बार ये चर्चा हकीकत में बदल गई. सियासी गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी से इस बार उनको टिकट भी मिल सकता है. हालांकि, अभी यहां से बीजेपी के सत्यदेव पचौरी सांसद हैं लेकिन उम्र ज्यादा होने के कारण इस बार उनको टिकट मिलने पर संसय बरकरार है.