शहीद BSF जवान का पार्थिव शरीर पहुंचा सहरसा, पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया अंतिम संस्कार
बिहार के सहरसा के रहने वाले BSF के सहायक कमांडेंट विश्वदेव झा का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव कहरा पहुंचाया गया है. जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया है.
सहरसा: बिहार के सहरसा से एक दुखद खबर सामने आई है. जहां शुक्रवार पेट्रोलिंग के दौरान 45 वर्षीय बीएसएफ कमांडेंट शहीद हो गए. गुजरात के भुज में भारत और पाकिस्तान के नाला सीमा पर ड्यूटी के दौरान ये घटना हुआ था. अब BSF के सहायक कमांडेंट विश्वदेव झा का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव कहरा पहुंचाया गया है. जिसे देखने का बाग हजारों की संख्यां में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. इस दौरान एक तरफ गांव के लोगों को अपने लाल शहीद विश्वदेव झा के चले जाने का गम है. तो वहीं दूसरी ओर देश की रक्षा की खातिर शहादत देने का फक्र भी है.
गार्ड ऑफ ऑनर देकर शहीद को सलामी
बता दें कि कहरा गांव में ही शहीद जवान का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया है. इस बीच जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर शहीद को सलामी दी गई है. जिसके बाद शहीद विश्वदेव झा के बड़े भाई ने उन्हें मुखाग्नि दी और फिर वो पंचतत्व में विलीन हो गए. शहीद विश्वदेव झा अपने पीछे देश की खातिर खुदकी सहादत देने का संदेश छोड़ गए.
आपको बता दें कि जिले के कहरा प्रखंड के कहरा गांव निवासी रामनाथ झा के छोटे पुत्र 45 वर्षीय विश्वदेव झा, सीमा सुरक्षा बल में सहायक कमांडेंट के पद पर कार्यरत थे. पेट्रोलिंग के दौरान शुक्रवार को वो शहीद हो गए. शहीद जवान विश्वदेव दो भाई में छोटे थे. शहीद विश्वदेव का चयन 2004 में बी एस एफ़ में सब इंस्पेक्टर के पद पर हुआ था. प्रोन्नति के बाद वे सहायक कमांडेंट के पद पर पहुंचे थे. शहीद विश्वदेव अपने पीछे 12वर्ष की पुत्री एवं 5वर्ष के पुत्र को छोड़ गए.
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