बिहार: JDU ने तेजस्वी पर लगाया घोषणाओं पर अमल नहीं करने का आरोप, RJD ने किया बचाव
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बिहार: JDU ने तेजस्वी पर लगाया घोषणाओं पर अमल नहीं करने का आरोप, RJD ने किया बचाव

 बिहार में प्रवासी मजदूरों को लेकर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है. प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए तेजस्वी यादव ने एक के बाद एक कई घोषणाएं की. लेकिन अब जेडीयू ने तेजस्वी पर अपनी ही घोषणाओं पर अमल नहीं करने का आरोप लगाया है और निशाना साधा है. 

जेडीयू ने तेजस्वी पर अपनी ही घोषणाओं पर अमल नहीं करने का आरोप लगाया है. (फाइल फोटो)

पटनाबिहार में प्रवासी मजदूरों को लेकर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है. प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए तेजस्वी यादव ने एक के बाद एक कई घोषणाएं की. लेकिन अब जेडीयू ने तेजस्वी पर अपनी ही घोषणाओं पर अमल नहीं करने का आरोप लगाया है और निशाना साधा है. 

बिहार सरकार में मंत्री नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा है कि वो भ्रष्टाचार के प्रवासी राजकुमार हैं जो लगातार फेसबुक और ट्विटर पर अपनी टिप्पणी कर रहे थे. अपने घर आए तो ना अपने दल के कार्यकर्ताओं को और ना ही मीडिया को बताया.

साथ ही उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव और उनके परिवार के पास इतना धन है की इनकम टैक्स और ईडी भी नहीं पता लगा पाया लेकिन फिर भी उन्होंने बिहार की जनता का उपकार भी नहीं किया. तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र राघोपुर में 313 प्रवासी मजदूर हैं जो अलग-अलद क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे हैं. उनको और गरीब मतदाताओं को तेजस्वी जमीन लिख क्यों नहीं देते हैं?

साथ ही नीरज कुमार ने कहा कि उनके प्रति इनकी जिम्मेदारी नहीं है तो संपत्ति में से कुछ दान कीजिए. राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ता फूल माला लेकर जाएंगे तो वहां वायरस होगा. प्रवासी मजदूरों की जान की कीमत नहीं है. 
वहीं, तेजस्वी यादव पर बीजेपी नेता नवल यादव ने कहा है कि राष्ट्रीय जनता दल के लोग निशाना लगाने की बात कहते हैं लेकिन निशाना  इनके  पास नहीं है. आरजेडी दूसरे से पैसा लेने वाली पार्टी है. लालू यादव का परिवार लोगों से विधायक सांसद राज्यसभा भेजने की एवज में नौकरी देने के नाम पर पैसे लेने वाले लोग हैं. इन्हें सभी जानते हैं यह लोग लेने वाले हैं और बिहार की जनता को देने वाले नहीं.

वहीं, आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने तेजस्वी का बचाव किया है. उन्होंने कहा है कि प्रवासी मजदूरों के लिए व्यवस्था सरकार ने की है और उसमें काफी खामी है और इस खामी को दूर करना सरकार का दायित्व है. विपक्ष को सत्ता पक्ष में निशाना साधना चाहिए तो अब सत्ता पक्ष ही विपक्ष पर निशाना साध रहा है.  विपक्ष जो सवाल कर रहा है उसका जवाब देना सरकार का दायित्व है क्योंकि सत्ता पक्ष अपनी ताकत के बल पर विपक्ष को दबाना चाह रहा है.