बगहा में पुलिस सब स्पेक्टर शंभू शरण गुप्ता पर लकड़ी चोरी का आरोप, जांच में जुटे एसपी
बगहा के चौतरवा थाना में जब्त 131 संख्या में बेशकीमती लकड़ी में से 12 संख्या में लकड़ी गयाब करने पर तत्कालीन थानाध्यक्ष शम्भू शरण गुप्ता पर आरोप लगा है. मालखाना का चार्ज नहीं देने के मामले में भी एसपी किरण जाधव द्वारा संज्ञान लेते हुए उक्त पूर्व थानाध्यक्ष पर प्राथमिकी शिकायत दर्ज की गई है.
मुजफ्फरपुरः बगहा के चौतरवा थाना में जब्त 131 संख्या में बेशकीमती लकड़ी में से 12 संख्या में लकड़ी गयाब करने पर तत्कालीन थानाध्यक्ष शम्भू शरण गुप्ता पर आरोप लगा है. मालखाना का चार्ज नहीं देने के मामले में भी एसपी किरण जाधव द्वारा संज्ञान लेते हुए उक्त पूर्व थानाध्यक्ष पर प्राथमिकी शिकायत दर्ज की गई है.
घटना का क्या है पूरा मामला
बगहा एसपी किरण गोरख जाधव ने बताया कि चौतरवा थाना के पूर्व थानाध्यक्ष शंभू शरण गुप्ता द्वारा विभागीय निर्देश के आलोक में थाना के मलखाना का चार्ज नहीं दिया गया है. साथ ही चौतरवा थाने में वन अधिनियम के तहत एक ट्रक पर रखे 131 की संख्या में बेशकीमती लकड़ी को जब्त किया गया था. जो वन विभाग की ओर से चौतरवा थाने के जिम्मे सौंपा गया था. ऐसे में तत्कालीन थानाध्यक्ष द्वारा जप्त लकड़ी में से 12 अदद लकड़ी बिना किसी वैध आदेश के वहां से हटाकर गायब कर दी गई. इस मामले की जांच नगर थाना इंस्पेक्टर व अंचल पुलिस निरीक्षक आनंद कुमार सिंह को सौंपी गई है. इधर, मंगलवार को एसडीपीओ कैलाश प्रसाद ने भी चौतरवा थाना पहुंचकर इस मामले से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर जांच की.
नौ जनवरी को डीएफओ ने जब्त की थी ट्रक में लदी लकड़िया
जानकारी के लिए बता दें कि बेशकीमती लकड़ी 9 जनवरी 2021 को तत्कालीन डीएफओ ने एक ट्रक पर लगे 131 की संख्या में लकड़ी को वन अधिनियम के तहत जब्त करते हुए लकड़ी को चौतरवा थाना के जिम्मे सौंपा गया था. लेकिन तत्कालीन थानाध्यक्ष शंभू शरण गुप्ता के द्वारा जब्त लकड़ी में से 12 संख्या में लकड़ी को बिना किसी वैध आदेश पर गायब कर दिया गया. इधर विभागीय आदेश के बाद भी तत्कालीन थानाध्यक्ष द्वारा अपने पद स्थापना के समय के मालखाने का चार्ज विभाग को नहीं सौंपा जा रहा था. जिस पर एसपी के निर्देश के आलोक में मामले की जांच हुई तो पाया गया कि जब्त लकड़ी में से 12 अदद लकड़ी गायब है. जिसके बाद एसपी के निर्देश के आलोक में तत्कालीन थानाध्यक्ष पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है इसके साथ ही आरोपी थानाध्यक्ष पर विभागीय कार्रवाई तेज कर दी गई है जिसके बाद एसआई शम्भू शरण गुप्ता की मुश्किलें बढ़ गई हैं तो वहीं पुलिस महकमे में इस कार्रवाई से हड़कंप मचा गया है.