बगहा:Bihar Flood: बगहा में ठकरहा के बाद अब मधुबनी धनहा में गंडक नदी का कटाव शुरू हो गया है. दर्जनों एकड़ जमीन पर लगे फसल नदी की धारा में समाहित हो चुके हैं लिहाजा आनन फानन में जल संसाधन विभाग की टीम ने एंटी रोजन कार्य शुरू कर दिया है. सबसे बड़ा खतरा पीपी तटबंध पर मंडरा रहा है क्योंकि पिपरा पिपरासी तटबंध गंडक नदी पर यूपी बिहार की लाइफ लाइन है. अगर बांध क्षतिग्रस्त हुआ तो बाढ़ व कटाव की विनाशलीला के साथ बड़ा खतरा हो सकता है. बताया जा रहा है कि धनहा मधुबनी पंचायत के गदियानी टोला के नजदीक पीपी तटबंध का अब महज 40 मीटर के क़रीब का हिस्सा बचा है. फ्लड फाइटिंग के कार्य होने के बावजूद 14 दिनों में नदी ने लगभग 100 मीटर फसल वाली जमीन काट लिया है.


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गंडक नदी में जलस्तर कम होने के कारण किसानों के खेतों में खड़ी फसल की कटाई जोर शोर से हो रहा है. कटाव को लेकर पीपी तटबंध मात्र 2 प्लॉट खेत के बाद ही मौजूद है. लिहाजा किसानों और ग्रामीणों में पीपी तटबंध कटने की आशंका के कारण डर का माहौल बना हुआ है. बांध के ढाल सहित इसके ऊपर और नीचे ग्रामीणों के दर्ज़नों एकड़ खेत फसल सहित नदी की धारा में समा चुका है इसमें धान व गन्ना की मुख्य फसलें हैं.


बता दें कि गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ इलाके में बाढ़ औj जलस्तर घटने के बाद कटाव की विनाशलीला शुरू होती है. इधर बाढ़ व कटान का मौसम अभी लगभग डेढ़ माह शेष बचा है. पिछले साल की तरह अगर सितंबर व अक्टूबर में भी वर्षा हुई तब गंडक की तबाही और अधिक बढ़ने के आसार हो सकते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि कटाव रोधी कार्यों में इतनी लापरवाही है कि जब कटाव हो जाता है तो फ्लड फाइटिंग का काम शुरू होता है. नहीं तो ठेकेदार और जल संसाधन विभाग के अलावा प्रशासन के लोग चुप बैठे रहते हैं.


इनपुट- इमरान अजीज


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