मुजफ्फरपुर: नीट परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर विवाद लगातार जारी है. हर दिन इस मामले में नए नए खुलासे हो रहे हैं. इस बीच मुजफ्फरपुर पुलिस की विशेष टीम ने मालीघाट स्थित डीएवी स्कूल में आयोजित नीट यूजी परीक्षा 2024 में दूसरे छात्र के जगह पर फर्जी तरीके से परीक्षा देने वाले डमी कैंडिडेट हुकमाराम और परीक्षा में शामिल न होकर दूसरे से परीक्षा दिलवाने वाले कैंडिडेट राजा पांडे के पता का सत्यापन की प्रक्रिया पूरी कर ली है. जिसमें पुलिस की विशेष टीम ने जोधपुर एम्स के थर्ड ईयर के छात्र हुकमाराम का सत्यापन किया. जो राजस्थान के बाड़मेर का रहने वाला है. जबकि परीक्षा में शामिल न होकर दूसरे से परीक्षा दिलवाने वाले राजा पांडे का पता का सत्यापन किया गया तो वह इलाहाबाद का रहने वाला है और उसके पिता आरपी पांडे एक चर्चित डॉक्टर भी हैं. अब दोनों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस वारंट की प्रक्रिया अपनाएगी.


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वहीं दूसरी तरफ पर परीक्षा सेंटर के केंद्राधीक्षक सह प्राचार्य डॉ भारती नायक की भी भूमिका की जांच करने की बात पुलिस कर चुकी है. क्योंकि डमी कैंडिडेट हुकमाराम के माफीनामे के आधार पर क्यों उसे छोड़ा गया और और 3 घंटे के बाद पुलिस को क्यों सूचना दी गई. इसको लेकर भी पुलिस अलग से अनुसंधान कर रही है. हालांकि अनुसंधान प्रभावित होने के कारण पुलिस इससे आगे कुछ भी बताने से इनकार कर रही है.बता दें कि मुजफ्फरपुर डीएवी स्कूल सेंटर पर आयोजित नीट परीक्षा में राजा पांडे का सेंटर था. जिसके जगह पर राजस्थान जोधपुर का हुक्माराम परीक्षा देने पहुंचा था और इसी दौरान बायोमेट्रिक्स जांच में हुक्माराम पकड़ा गया था.


इसके बाद से ही हुकमाराम फरार चल रहा है,जो एम्स जोधपुर कॉलेज के थर्ड ईयर का छात्र था. जब वह केंद्र पर पकड़ा गया था और उसी समय से वहां से गायब भी हो गया था. इस संबंध में मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा पुलिस ने डमी कैंडिडेट हुक्माराम और इसके जगह पर परीक्षा दे रहा था राजा पांडे नामक छात्रा के विरुद्ध अपने स्तर पर मामला दर्ज किया है और मामले की जांच में जुट गई है. जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर के मालीघाट स्थित डीएवी सेंटर पर नीट परीक्षा का आयोजन हुआ था.इस परीक्षा में हुकमाराम ने राजा पांडे नाम के अभ्यर्थी के स्थान पर डमी बनकर बैठा था.


वही परीक्षा केंद्र पर हुक्माराम के पकड़ने जाने के बाद उसने लिखित में अपना अपराध कबूल किया था.उसने सेंटर पर लिखकर दिया था कि वह यूपी इलाहाबाद के रहने वाले राजा पांडे नाम के लड़के से कोटा में मिला था.राजा पांडे ने अपनी जगह नीट की परीक्षा में बैठने के लिए हुक्माराम को 4 लाख रुपए देने की डील की थी. इसके बाद हुकमाराम के फोटो के राजा पांडे ने परीक्षा फॉर्म पर चिपकाया था. हुक्माराम के पकड़ में आने के बाद सेंटर ने उस पर कार्रवाई करने के बजाय उसे सेंटर के बाहर इंतजार करने का कहा गया जहां से वह फरार हो गया.ऐसे में परीक्षा सेंटर पुलिस के शक के दायरे में आ गया है.


पूरे मामले पर एसपी सिटी अवधेश दीक्षित ने बताया कि मुजफ्फरपुर पुलिस की दो विशेष टीम एक जोधपुर और दूसरा इलाहाबाद गई थी. जहां पर जोधपुर के बाड़मेर रहने वाले डमी कैंडिडेट हुकमाराम और यूपी इलाहाबाद के रहने वाले राजा पांडे के पता का सत्यापन कर लिया गया है और जल्द ही उसकी गिरफ्तारी के लिए वारंट की प्रक्रिया अपनाई जाएगी. फिलहाल दोनों फरार चल रहे हैं. राजा पांडे के पिता आरपी पांडे इलाहाबाद में चर्चित डॉक्टर हैं. वहीं पूर्व में एसपी सिटी अवधेश दीक्षित कह चुके हैं कि जब केंद्र पर डमी कैंडिडेट हुकमाराम पकड़ा गया था तो उस समय ना ही उसकी जानकारी केंद्र पर तैनात मजिस्ट्रेट को दी गई और न ही पुलिस को सूचना दी गई है और इसको लेकर स्कूल के प्राचार्य भी संदेह के घेरे में हैं इसकी जांच की जा रही है.


इनपुट - मणितोष कुमार


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