नवादा सदर अस्पताल पूरी तरह कुव्यवस्था के मकड़जाल में है. आलम यह है कि विभिन्न प्रकार की समस्याओं को लेकर जिले का सबसे बड़ा अस्पताल हमेशा सुर्खियों में रहता है. बावजूद अधिकारियों के कानों पर जूं नहीं रेंग रहा है. इन दिनों सदर अस्पताल में पानी की किल्लत से मरीज व तीमारदार जूझ रहे हैं. लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं.


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डीपीएम को लोगों ने घेरा
वहीं जिले के एक बड़े साहब के निर्देश पर डीपीएम अमित कुमार पहुंचे तो पता चला कि इमरजेंसी वार्ड और सर्जिकल वार्ड में पानी नहीं आ रहा है. वार्ड में पहुंचते ही लोगों ने डीपीएम को घेर लिया और खरी खोटी सुनाई. फिर अपनी समस्या को रखना शुरू किया. जिसके बाद डीपीएम ने व्यवस्था करने का आश्वासन दिया. बताया जा रहा है कि दो-तीन दिनों से सदर अस्पताल में पानी की किल्लत चल रही है. मरीज व तीमारदारों के साथ ही स्वास्थ्यकर्मी बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं.


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नवादा सदर अस्पताल त्राहिमाम मचा
पानी के लिए नवादा सदर अस्पताल त्राहिमाम मचा हुआ है. मरीज के परिजन पानी के लिए हाथों में बोतल लेकर इधर-उधर भटक रहे हैं. लेकिन उन्हें पानी नसीब नहीं हो रहा है. डीपीएम ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पर्व को लेकर भी थोड़ी समस्या थी. जिसे अब दूर कर दिया जाएगा. पानी की समस्या का समाधान जल्द ही किया जाएगा. सिविल सर्जन ने भी शुक्रवार को कुछ स्थानों पर सदर अस्पताल की निरीक्षण किया. बहरहाल यह अस्पताल भगवान के भरोसे चल रहा है. बाथरूम में पानी नहीं आने के कारण लोगों को और भी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.


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निरीक्षण या खानापूर्ति कर रहे जनप्रतिनिधि
गौरतलब है कि आए दिन जनप्रतिनिधि से लेकर अधिकारी सदर अस्पताल का निरीक्षण कर रहे हैं. विधायक, विधान पार्षद से लेकर जिला प्रभारी मंत्री अस्पताल का निरीक्षण कर चुके हैं. डीएम के निर्देश पर पांच सदस्यीय टीम भी जायजा ले चुकी है. बावजूद अस्पताल की कुव्यवस्था खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. लोग अब यह कहने लगे हैं कि अधिकारी-जनप्रतिनिधि व्यवस्था में सुधार के लिए निरीक्षण कर रहे हैं या फिर खानापूर्ति कर रहे हैं.