समस्तीपुरः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कृषि में नई तकनीक के उपयोग की जरूरत बताते हुए कहा कि कृषि में तकनीक के उपयोग से न केवल उत्पादकता बढ़ती है, बल्कि खेती आसान भी हो जाती है. समस्तीपुर जिले के हसनपुर प्रखंड के नयानगर गांव स्थित 'डिजिटल इरिगेशन ऑटोमेशन' का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि बेहतर खेती के लिए तकनीक आवश्यक है. उन्होंने यहां कंप्यूटर आधारित सिंचाई यंत्र की बारीकियों को जाना तथा तकनीकी खेती का भी मुआयना किया. 


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मुख्यमंत्री ने गांव के प्रगतिशील किसान सुधांशु रंजन सिंह के लीची बगान का भी मुआयना किया और यहां उनके द्वारा ड्रीप इरिगेशन सिस्टम से की जा रही बागवानी की जानकारी ली. लीची के उत्पादन में किए जा रहे नए प्रयोगों के बारे में सुधांशु रंजन ने मुख्यमंत्री को विस्तार से बताया. 


पत्रकारों द्वारा 'ड्रीप इरिगेशन' से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ड्रीप इरिगेशन एवं इससे संबंधित अन्य कामों को बढ़ावा देने के लिए पहले से ही सरकार द्वारा अनुदान दिया जा रहा है. 


मुख्यमंत्री ने अन्य लोगों से यह तकनीक अपनाने की सलाह देते हुए कहा कि इस तकनीक से फर्टिलाइजर (खाद) को मिलाकर ड्रीप के तौर पर सीधे फसलों तक पहुंचाया जाता है. उन्होंने तकनीक का उपयोग करते हुए अलग-अलग एरिया में काम कर रहे सुधांशु की प्रशंसा करते हुए कहा कि बहुत दिनों से उनकी इच्छा यहां आकर खेती देखने की थी. 


नीतीश ने कहा, "बिहार के नालंदा के चंडी में सब्जी और वैशाली के देसरी में फल के लिए बने 'सेंटर ऑफ एक्सिलेंस' को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है. खेती खुद सेंटर ऑफ एक्सिलेंस बन रही है, यह खुशी की बात है." 


इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, विधायक राजकुमार राय, विधायक राम बालक सिंह, विधायक अशोक कुमार मुन्ना सहित कई लोग उपस्थित थे.