पटना: अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में रक्षा मंत्री रहे प्रखार समाजवादी नेता और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के संयोजक जॉर्ज फर्नांडिस का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. जॉ़र्ज फर्नांडिस लंबे समय से अल्जाइमर से पीड़ित थे. 


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जॉर्ज फर्नांडिस रहने वाले मैंगलोर के थे लेकिन उनकी राजनीतिक जिंदगी में बिहार की अहम भूमिका रही है. जॉर्ज फर्नांडिस बिहार के मुजफ्फरपुर से चार बार सांसद रहे. मुजफ्फरपुर के अलावा जॉर्ज फर्नांडिस नालंदा से भी सांसद बने. जॉर्ज फर्नांडिस के निधन से बिहार में शोक की लहर दौड़ गई है. 


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जॉर्ज फर्नांडिस के निधन पर शोक प्रकट किया है. उन्होंने कहा, 'पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस के निधन पर मैं गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं.वह एक उग्र व्यापारी संघ के नेता थे जिन्होंने न्याय के लिए लड़ाई लड़ी. उनकी आत्मा को शांति मिले. मेरी संवेदना इस परिवार के साथ है'.


 



वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी शोक प्रकट करते हुए कहा कि जॉर्ज फर्नांडिस एक कर्मठ, ईमानदार, जुझारू और जन नेता थे। उनकी कमी हर किसी को खलेगी. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे. 


पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने जॉर्ज फर्नांडिस के निधन पर ट्वीट किया, 'समाजवादी नेता और पूर्व रक्षा मंत्री श्री जॉर्ज फर्नांडिस के निधन की खबर के बारे में सुनकर दुख हुआ. मेरी संवेदनाएं परिवार के साथ है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें. 


 



आपको बता दें कि जॉर्ज फर्नांडिस बेहद मुखर नेता के रूप में जाने जाते थे. उनका जन्म 3 जून 1930 को हुआ था. जॉर्ज फर्नांडिस 10 भाषाओं के जानकार थे. हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, मराठी, कन्नड़, उर्दू, मलयाली, तुलु, कोंकणी और लैटिन भाषा में उन्हें महारथ हासिल थी. उनकी मां किंग जॉर्ज फिफ्थ की बड़ी प्रशंसक थीं. उन्हीं के नाम पर अपने छह बच्चों में से सबसे बड़े का नाम उन्होंने जॉर्ज रखा था.