राजधानी पटना दुनिया की प्रदूषित शहरों में शामिल है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, पटना दुनिया का सातवां सबसे प्रदूषित शहर है.
Trending Photos
पटनाः राजधानी पटना दुनिया की प्रदूषित शहरों में शामिल है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, पटना दुनिया का सातवां सबसे प्रदूषित शहर है. सरकार ये दावा जरूर कर रही है कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए हर संभव उपाय किए जा रहे हैं, लेकिन हालात हर बीते दिनों के साथ गंभीर होती जा रही है. प्रदूषण पर काम करने वाली संस्था ग्रीन पीस और एयर विजुअल ने मिलकर 2018 वर्ल्ड एय़र क्वालिटी के नाम से एक रिपोर्ट जारी की है.
इस रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में 15 तो सिर्फ भारत से है. हरियाणा का गुरूग्राम और गाजियाबाद दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर है. वहीं पटना दुनिया के सातवें सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल है. बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष अशोक घोष के मुताबिक, उनके संस्थान और सरकार की तरफ से प्रयास जारी है लेकिन वायु प्रदूषण पर नियंत्रण पर एक या दो साल की बात नहीं है बल्कि इसमें कुछ समय लगता है.
गुरूग्राम हो या गाजियाबाद इन शहरों में वायु प्रदूषण को समझा जा सकता है लेकिन पटना जहां ब़ड़े-बड़े कल कारखाने नहीं है बावजूद यहां वायू प्रदूषण इतने खतरनाक स्तर पर क्यों हैं. इसका जवाब भी बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के पास है. उसके मुताबिक, पटना में पिछले कुछ सालों में गाड़ियों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ी है और प्रदूषण नियंत्रण के लिए कोई ठोस तंत्र नहीं है.
अशोक घोष के मुताबिक, पटना और उसके आसपास भारी स्तर पर भवन निर्माण और इस दौरान उड़ने वाली धूल की मोटी परत वायु प्रदूषण में अहम भूमिका निभाता है. प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के मुताबिक.भवन निर्माण के दौरान हरे चादर का इस्तेमाल होना चाहिए ताकि धूल आसमान में नहीं उड़े लेकिन पटना में ऐसा नहीं होता है. इसी तरह पटना की मिट्टी भी प्रदूषण में खास भूमिका निभाती है.
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के मुताबिक, पटना गंगा के किनारे बसा शहर है इसलिए यहां की मिट्टी ठोस नहीं है. हल्की हवा चलने पर भी यहां मिट्टी धूल का गुबार का रूप अख्तियार कर लेती है और इस तरह से प्रदूषण बढ़ता है.