मेट्रो यार्ड के लिए जमीन अधिग्रहण करने पहुंची टीम पर फूटा मालिकों का गुस्सा
पटना सिटी के अगमकुआं थाना क्षेत्र के पहाड़ी इलाके में प्रशासन द्वारा मेट्रो यार्ड बनाने के नाम पर बिना नोटिस और मुआवजा दिए किसानों के जमीन को अधिग्रहित किए जाने पर जमीन मालिकों का गुस्सा फूट पड़ा.
पटना : पटना सिटी के अगमकुआं थाना क्षेत्र के पहाड़ी इलाके में प्रशासन द्वारा मेट्रो यार्ड बनाने के नाम पर बिना नोटिस और मुआवजा दिए किसानों के जमीन को अधिग्रहित किए जाने पर जमीन मालिकों का गुस्सा फूट पड़ा. जहां गुस्साए लोगों ने जमीन अधिग्रहित करने आई जिला प्रशासन की टीम को काम करने से रोक दिया, साथ ही जोर जबरदस्ती किए जाने पर उसे खदेड़ दिया.
सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर हुई नारेबाजी
यहां आक्रोशित लोगों ने सरकार और जिला प्रशासन के मनमानी के खिलाफ आक्रोश मार्च निकाला और जमीन कब्जा करने के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आक्रोशित लोगों का कहना है की मेट्रो यार्ड निर्माण कंपनी के कर्मचारी रात के सन्नाटे में आते हैं और चोर की तरह किसानों और रैयती जमीन पर मिट्टी भराई और पायलिंग करने लगते हैं.
कंपनी के लोगों पर रात में जबर्दस्ती घर में प्रवेश करने का भी लगा इल्जाम
लोगों ने बताया कि जब सभी लोग इकट्ठा होते हैं तो उसे देख कर भाग जाते हैं. साथ ही कंपनी के लोग पीड़ित परिवार के घरों में बिना इजाजत लिए रात के समय घुस जाते हैं, जो काफी गंभीर मामला है. इसको लेकर जिला प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई.
किसानों का कहना है की जान दे देंगे लेकिन जमीन नहीं देंगे
पीड़ित लोगों का यह भी कहना है की जमीन का कब्जा करने के लिए कई तरह के षड्यंत्र रचे जा रहे हैं. जबकि पीड़ित लोगों ने जमीन अधिग्रहण मामले में सुप्रीम कोर्ट में मामला डाल रखा है और उसका फैसला भी जल्द आने वाला है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सरकार डरी हुई है और फैसला आने के पहले ही दबाब बनाकर किसानों के जमीन को अधिग्रहित करना चाह रही है. किसानों का कहना है की जान दे देंगे लेकिन जमीन नहीं देंगे.
(रिपोर्ट- प्रवीण कांत)
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