पटनाः Bachha Chori: पूरे बिहार में बच्चा चोरी की अफवाह बहुत तेजी से फैली रही है. इससे पहले उत्तर प्रदेश में इस अफवाह से जुड़े मामले सामने आए थे. कई इलाकों में भीड़ द्वारा निर्दोष लोगों की पिटाई के मामले भी सामने आ रहे हैं, जो अतिगंभीर हैं वहीं बच्चा चोरी को पूरी तरह अफवाह बताकर शत प्रतिशत निश्चिंत भी नहीं रहा जा सकता है. सामने आया है कि गया के बोधगया में बच्चा चोर समझकर दो पिंडदानियों की पिटाई कर दी गई. वहीं, नवादा में भी महिला के वेश में घूम रहे एक युवक से बच्चा चोरी के शक में बुरी तरह मारपीट हुई. इससे पहले कटिहार में भी बच्चा चोरी के आरोप में 6 लोगों को बंधक बना लिया गया और बेगूसराय में एक महिला को बांधकर पीटा गया था. 


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अफवाह पर न दें ध्यानः मदन सहनी
दरअसल, बच्चा चोरी अफवाह कई जिलों में फैली है जिसमें भीड़ तंत्र विधि व्यवस्था को अपने हाथ में ले रहे हैं, बिहार सरकार के मंत्री मदन साहनी ने लोगों से अपील की है कि किसी भी तरह के अफवाह पर ध्यान न दें. ऐसा कोई मामला सामने आता है तो पहले उसकी सच्चाई जाने और पुलिस प्रशासन को सूचित करें. अफवाह में निर्दोष व्यक्ति भीड़ के हत्थे चढ जाता है और यह कहीं से उचित नहीं है.


मंत्री श्रवण कुमार ने भी की अपील
बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने अपील की है. कहा, बच्चा चोरी को लेकर किसी भी तरह के अफवाह से बचें.  कानून को हाथ में लेना ठीक नही है. किसी तरह की कोई सूचना हो तो पुलिस प्रशासन को सूचित करें. किसी भी तरह के अफवाह से बचे और दूसरे को भी जागरूक करें. समाज में स्थानीय जनप्रतिनिधि और सामाजिक लोग भी इसे देखें कि अफवाह और भीड़ तंत्र इस तरह के बातें में हावी न हो. आमजन भी ऐसे किसी भी अफवाह पर ध्यान ने दें और कोई बात हो तो पुलिस प्रशासन को सूचित करें बात की सच्चाई पता करें. 


बच्चा चोरी के मामले पर ये करें
अगर आपको किसी अनजान- अपरिचित पर शक है तो इसकी सूचना पुलिस को दें. खुद उससे भिड़ने या उसे पकड़कर मारने की कोशिश न करें. अगर किसी संदिग्ध व्यक्ति के पास बच्चा है और आपको उसपर शक है तो भी आप पुलिस को सूचना दें. अगर आपको लगता है कि पुलिस के आने तक देरी हो सकती है तो थोड़ी सावधानी से उसकी फोटो खींच लें, ताकि उसे पता नहीं चले. फोटो केवल पुलिस को ही सौंपे. सोशल मीडिया पर वायरल करने से इसका गलत असर भी पड़ सकता है. संदेशों के हर तथ्य की जांच करें.


मैसेज को शेयर करने से पहले उसकी सच्चाई भी जान लें. कोई भी वायरल मैसेज हो या किसी शख्स द्वारा मौखिक दावा भी किया जा रहा है तो उसे पहले परख लें. जांच पड़ताल में अगर वह मैसेज सही हो तभी दूसरों से शेयर करिए. अगर गलत हो तो मैसेज भेजने वाले को ही तुरंत टोक दें और बता दें कि ये अफवाह है. अगर आपने कोई अफवाह फैलाई है तो इसके लिए कानूनी तौर पर आपको सजा भी मिल सकती है. कोई भी ऐसी सूचना आपके पास आये तो उससे मारपीट ना करें कानून व्यवस्था खराब ना करें,कानून व्यवस्था को अपने हाथ में ना लें. पुलिस को सूचना दें.