बिहार सरकार का बड़ा फैसला, इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी के मामलों को जानकारी IHIP से करेगी साझा
बिहार सरकार ने देश के कई हिस्सों में कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) के सभी मामलों को एकीकृत स्वास्थ्य सूचना मंच (आईएचआईपी) पर साझा किया जाए.
पटना: बिहार सरकार ने देश के कई हिस्सों में कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) के सभी मामलों को एकीकृत स्वास्थ्य सूचना मंच (आईएचआईपी) पर साझा किया जाए.
अतिरिक्त मुख्य सचिव (राज्य स्वास्थ्य विभाग) प्रत्यय अमृत ने 22 दिसंबर को सभी जिला मजिस्ट्रेट, सभी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों के प्रमुखों और सिविल सर्जन को लिखे एक पत्र में कहा, 'राज्य में संबंधित अधिकारियों को इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण मामलों की बारीकी से निगरानी की जानी चाहिए और सभी मामलों को आईएचआईपी वेबसाइट पर डाला जाना चाहिए. स्वास्थ्य विभाग को परीक्षण में तेजी लानी चाहिए. स्वास्थ्य विभाग को परीक्षण दर बढ़ानी चाहिए और सभी अस्पतालों में दवाओं, उपकरण, ऑक्सीजन सिलेंडर और पर्याप्त कर्मचारी उपलब्धता सुनिश्चित करनी चाहिए.'
राज्य में अब तक कोविड-19 के दो मामले सामने आए हैं. इनमें से एक मरीज हाल ही में केरल से और दूसरा असम से लौटा था. दोनों मरीजों के नमूनों को जांच के लिए भेजा जा चुका है. दोनों मरीजों में से एक को घर पर एकांतवास में रहने की सलाह दी गई है.
बता दें कि इससे पहले देश के कई राज्यों में बढ़ते कोरोना के मामले को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड के बढ़ते मामले को देखते हुए आरटीपीसीआर जांच की संख्या और बढ़ाई जाए. उन्होंने कोविड के निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप अस्पतालों में दवा, उपकरण, बेड, ऑक्सीजन, मानव बल एवं अन्य सभी जरूरी व्यवस्थाओं की उपलब्धता रखने के निर्देश देते हुए कहा कि लोगों को भी कोरोना के प्रति सतर्क एवं जागरूक करें। उन्होंने लोगों से अस्पतालों में मास्क का उपयोग करने के भी निर्देश दिए.
(इनपुट भाषा के साथ)