बिजली के मामले में आत्मनिर्भर होगा बिहार, डगमरा जलविद्युत परियोजना के लिए हुआ समझौता
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बिजली के मामले में आत्मनिर्भर होगा बिहार, डगमरा जलविद्युत परियोजना के लिए हुआ समझौता

Bihar News: भारत सरकार के एन.एच.पी.सी. लिमिटेड और बिहार स्टेट हाइड्रो इलैक्ट्रिक पावर कार्पोरेशन में इस योजना को लागू कराने के लिए समझौता हुआ.

 

बिहार में बिजली की समस्या का होगा समाधान (फाइल फोटो)

Patna: बिहार बिजली के मामले में काफी आगे निकल चुका है लेकिन आज इसमें एक और नई कड़ी जुड़ गई है. सुपौल के कोसी नदी में केंद्र सरकार के सहयोग से तैयार हो रही डगमरा जलविद्युत परियोजना के लिए लिए समझौता हुआ.
 
भारत सरकार के एन.एच.पी.सी. लिमिटेड और बिहार स्टेट हाइड्रो इलैक्ट्रिक पावर कार्पोरेशन में इस योजना को लागू कराने के लिए समझौता हुआ.समझौते के बाद बिहार के ऊर्जा मंत्री बीजेंद्र यादव ने दावा किया कि योजना जरिए बिहार में कई करोड़ रूपए का निवेश भी आएगा. इस योजना के जरिए न सिर्फ बिहार बिजली के मामले में आत्मनिर्भर होगा बल्कि 2500 करोड़ का निवेश भी सूबे में होगा.
 
ये अपने आप में एक अनूठी योजना है. दरअसल, कोसी बिहार की एक ऐसी नदी है जिसमें पानी के जरिए बिजली उत्पादन के लिए सालों भर पर्याप्त पानी होता है. किसी भी नदी में जल विद्युत परियोजना को शुरू करने की पहली शर्त भी यही होती है. इस लिहाज से ही कोसी नदी का चयन किया गया है.
 
इसके साथ ही इस परियोजना से पैदा होने वाली बिजली का 22 फीसदी हिस्सा नेपाल को भी जाएगा इसलिए कोसी नदी का चुनाव किया गया है. योजना की जानकारी देते हुए बिहार के ऊर्जा मंत्री बीजेंद्र यादव ने कहा कि डगमरा एक ऐसी परियोजना है जिसके जरिए न सिर्फ बिजली पैदा होगी बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार भी पैदा होगा.
 
दावा है कि ये देश का पहला RUN OF RIVER प्रोजेक्ट है।यानि ये देश की पहली ऐसी जलविद्युत परियोजना है जो पानी की रफ्तार से बिजली पैदा करेगा और फिर इसे चैनल,पाइपलाइन के जरिए अलग-अलग जिलों में भेजा जाता है. आइए जानते हैं कि डगमरा जलविद्युत परियोजना क्या है? 
 
इस परियोजना से 130 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा. कोसी नदी के तटबंध पर इस परियोजना की शुरुआत होगी. डगमरा पनबिजली परियोजना का डीपीआर दिसंबर 2011 में ही केंद्र को सौंपा गया था.

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इसमें पनबिजली के साथ-साथ सौर ऊर्जा,मछली उत्पादन को भी शामिल किया गया है.बिहार के साथ-साथ बिजली की आपूर्ति नेपाल को भी की जाएगी. ऊर्जा मंत्री बीजेंद्र यादव के मुताबिक, बिहार में 2500 करोड से अधिक का निवेश होगा और सीमांचल की तरक्की को रफ्तार मिलेगी.

आज इस कार्यक्रम में की तरफ से ऊर्जा विभाग के सचिव संजीव हंस भी शामिल रहे जबकि केंद्र की तरफ से केंद्रीय विद्युत मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आरके सिंह मौजूद रहे. 

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