पटना : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एक समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगातार हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहरूपिया हैं. वह पिछड़ी समाज से नहीं आते हैं, लेकिन वह प्रधानमंत्री बने तो खुद को पिछड़ा समाज में शामिल कर लिया. अब वह पिछले समाज का सहानुभूति पाना चाहते हैं. ललन सिंह के इस बयान के बाद बिहार में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का सियासी बवंडर शुरू हो गया है.


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ललन के बयान पर शुरू हुई राजनेताओं की प्रतिक्रिया
ललन सिंह के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा है कि किसी किस जाति को लेकर बयानबाजी करना सही बात नहीं है. जब नीतिगत मसालों का अभाव हो जाता है तभी इस तरह से बयान बाजी होती है. प्रधानमंत्री भी जब बिहार आए थे दोनों ने अपनी जाति बताई थी ऐसी चीजें नहीं होनी चाहिए. प्रधानमंत्री की जाति को छोड़कर अगर महंगाई भ्रष्टाचार बेरोजगारी पर सवाल उठाए जाए तो यह ज्यादा बेहतर होगा. वही पूरे प्रकरण पर प्रतिक्रिया देते हुए आरजेडी प्रवक्ता शक्तिसिंह यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहु रूप धारण करते हैं, उनके बहुरूपिया छवि से देश की जनता का फायदा नहीं होने वाला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आखिर महंगाई गरीबी अशिक्षा पर क्यों अपनी बात नहीं रखते है.


खालिद अनवर बोले- किसी किमत पर नहीं आरक्षण से खिलवाड़
इस पूरे प्रकरण पर अपने पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह का बचाव करते हुए जेडीयू एमएलसी खालिद अनवर ने कहा कि जेडीयू किसी भी कीमत पर आरक्षण के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करेगी. बीजेपी मानता है कि आरक्षण समाप्त कर दिया जाए, लेकिन उसकी यह मंशा कभी पूरा नहीं होने दिया जाएगा. प्रधानमंत्री जिसका जाति से आते हैं गुजरात में उस जाति के पास पूरे गुजरात का आधा पैसा है. फिर भी 1999 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जब सरकार थी तो इसे पिछड़ी जाति में शामिल कर दिया गया था.


वहीं विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी एमएलसी नवल किशोर यादव ने ललन सिंह पर जोरदार हमला बोला है. नवल किशोर यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बोलने से पहले लोगों को अपने गिरेबान में देखना चाहिए, ललन सिंह के बयानों से यही लगता है कि ललन सिंह अब मानसिक तौर पर विकसित हो चुके हैं. क्योंकि हालिया दिनों में जिस तरह से वह बयान बाजी कर रहे हैं उसे देखकर यही लग रहा है कि वह मानसिक तौर पर दिया दिवालिया हो चुके हैं.


इनपुट- रितेश और अभिषेक


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