पटना: पटना में सोमवार को बिहार विधानसभा का सत्र हंगामे और आरोप-प्रत्यारोप से भरपूर रहा. वक्फ संशोधन बिल पर केंद्र सरकार के कदम का विरोध करते हुए विपक्षी दलों ने सदन और विधान परिषद दोनों में जोरदार प्रदर्शन किया. राजद, कांग्रेस और वाम दलों के विधायकों ने इसे अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ बताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से स्पष्ट रुख की मांग की.


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वक्फ बोर्ड बिल पर हंगामा
विधानसभा पोर्टिको में विपक्षी विधायकों ने वक्फ बोर्ड बिल के खिलाफ प्रदर्शन किया. उनका कहना था कि यह बिल अल्पसंख्यकों की संपत्तियों पर अधिकार को कमजोर करने की कोशिश है. राजद विधायक कारी सोहेब ने भाजपा विधायक प्रमोद कुमार के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी और वक्फ संपत्तियों पर किसी भी हस्तक्षेप को अस्वीकार्य बताया. वहीं कारी सोहेब ने कहा कि वक्फ की जमीन हमारी है, हम इसके मालिक हैं. भाजपा को अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकारों में हस्तक्षेप करने का कोई हक नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष की ओर से इस मुद्दे को विधानसभा में प्रस्ताव के रूप में पेश करने की मांग दोहराई.


नीतीश कुमार पर सवाल
विपक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनकी धर्मनिरपेक्ष छवि को बचाने के लिए इस बिल के विरोध में खुलकर बोलने की मांग की. राजद विधायकों ने नीतीश कुमार से स्पष्टता की अपेक्षा करते हुए कहा कि वह या तो इस बिल का समर्थन करें या फिर इसके खिलाफ खड़े हों.


भ्रष्टाचार और अपराध पर भी हंगामा
सत्र के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने राज्य में बढ़ते भ्रष्टाचार और अपराध पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि बिहार में हर विभाग में घोटाले हो रहे हैं. हर जिले से हत्या की खबरें आती हैं, लेकिन सरकार इन्हें रोकने में नाकाम है. उनके नेतृत्व में विधान परिषद पोर्टिको में विपक्षी विधायकों ने जोरदार नारेबाजी और प्रदर्शन किया.


बीजेपी का जवाब
बीजेपी विधायक प्रमोद कुमार ने वक्फ बोर्ड बिल का समर्थन करते हुए इसे अल्पसंख्यक समुदाय के लिए सुधारात्मक कदम बताया. हालांकि, राजद ने उनके बयान को 'असंवेदनशील' करार दिया और तीखे शब्दों में प्रतिक्रिया दी.


राजनीतिक माहौल गरमाया
वक्फ बोर्ड बिल और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर विपक्ष और सरकार के बीच तनाव गहराता जा रहा है. विपक्ष ने चेतावनी दी है कि इन दोनों मुद्दों पर नीतीश कुमार सरकार को घेरने के लिए वह सड़कों पर भी उतर सकते हैं. यह सत्र बिहार की राजनीति में नई बहसों और टकरावों का संकेत दे रहा है. विपक्ष जहां सरकार को अल्पसंख्यक और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेर रहा है, वहीं सरकार अपनी योजनाओं को मजबूती से पेश करने की कोशिश में है.


इनपुट- रूपेंद्र श्रीवास्तव


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