Patna: कोरोना महामारी के खिलाफ जारी जंग में वैक्सीन एक बड़ा हथियार साबित हो रहा है. बिहार में कोरोना वैक्सीन उपलब्ध न होने की वजह से 1 मई से वैक्सीनेशन को शुरू नहीं किया जा सकता लेकिन अब वैक्सीन लगना 18 साल से अधिक वालों को भी शुरू हुआ है तो सेंटर पर लंबी-लंबी कतारें देखने को मिल रही है.


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बिहार की राजधानी पटना के अलग-अलग हिस्सों में टीकाकरण का काम जारी है. पटना जिला प्रशासन रोजाना नई जगहों पर वैक्सीनेशन की सुविधा शुरू करा रहा है. वैक्सीन सेंटर खुलते ही बड़ी संख्या में लोग सेंटर पर वैक्सीन लगाने पहुंच रहे हैं. ऐसे में प्रशासन को डर वैक्सीन केंद्रों पर उमड़ रही भीड़ की है.


पटना में शेखपुरा मोड़ स्थित केंद्रीय विद्यालय में 100 मीटर तक लंबी कतार नजर आई. बड़ी संख्या में 18 साल के ऊपर के लोग यहां वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे थे. वैक्सीनेशन सेंटर पर सामाजिक दूरी की बात तो दूर यहां लोगों के बीच मामूली दूरी भी नहीं दिखी. वैक्सीनेशन के लिए जल्दबाजी इतनी थी कि लोगों ने फिजिकल डिस्टेंस की परवाह नहीं की.


यहां आज एक हजार लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी जानी है. सुबह आठ बजे से ही इस केंद्र पर वैक्सीन के लिए लोग आने लगे थे. टीका लगवाने के लिए पहुंचे और संविदा पर काम कर कर्मचारी के बीच जानकारी का भी अभाव दिखा. हालांकि, कुछ ऐसे टीकाकरण केंद्र भी दिखे जहां पर भीड़ कम दिखी.


बेली रोड स्थित पटना विमेंस कॉलेज में चार सौ लोगों का टीका लगना था. दोपहर के डेढ़ बजे तक टीकाकरण का काम करीब करीब पूरा हो चुका था. यहां भीड़ काफी कम थी और कतार में जो लोग खड़े थे वो काफी अनुशासन में दिखे.


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पटना नगर निगम और जिला प्रशासन की तरफ से यहां लोगों की तैनाती की गई थी. पटना जिला प्रशासन से मिली रिपोर्ट के मुताबिक, कल यानि 11 मई को पूरे पटना के शहरी और ग्रामीण इलाकों में 6 हजार 204 लोगों का टीकाकरण हुआ. यह आंकड़ा 18 से 44 साल के बीच के लोगों के हैं. हालांकि, कल 7 हजार 570 लोगों को वैक्सीनेशन लगाने का लक्ष्य था.


बिहार में स्वास्थ्य विभाग की नाकामी और लापरवाही की वजह से सैकड़ों कोरोना मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. बिहार सरकार के एक्शन में आने के बाद अब टीकाकरण की रफ्तार तेज हुई है क्योंकि कोरोना से बचाव का कारगर तरीका अब सिर्फ वैक्सीनेशन ही रह गया है.