पटनाः Aaditya thackeray meeting with Tejashwi:महाराष्ट्र में सत्ता जाने के बाद उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे अब महाराष्ट्र में अपनी स्थिति को मजबूत करने में लगे हैं. वहीं लोकसभा और विधानसभा चुनाव को लेकर नई रणनीति बना रहे हैं. कुछ दिन पहले कांग्रेस के भारत जोड़ो यात्रा में उद्धव ठाकरे शामिल हुए थे. आज आदित्य ठाकरे बिहार के एक दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से उनकी मुलाकात 3:00 बजे होगी इसको लेकर अब राजनीति भी शुरू हो गई है. 
 आदित्य ठाकरे और तेजस्वी यादव के मुलाकात को लेकर जेडीयू एमएलसी भीष्म साहनी ने कहा जिस तरह से तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार बीजेपी को पटखनी दिये और बीजेपी को सबक सिखाने का काम किये. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सत्ता से बीजेपी को जिस तरह से बेदखल किए यही सब गुणों को सीखने के लिए आदित्य ठाकरे बिहार आ रहे हैं. दोनों युवा नेता हैं. देश का भविष्य इनमें दिखाई देता है. प्रदेश में बीजेपी की जो कथनी और करनी है उस पर बातें करेंगे, विचार करेंगे. बीजेपी ने महाराष्ट्र असम मणिपुर में क्या किया सभी जानते हैं. बीजेपी सत्ता के लिए किसी स्तर तक जा सकती है. आदित्य ठाकरे बीजेपी को सत्ता से दूर करने के गुण सीखने के लिए बिहार आ रहे हैं.


RJD प्रवक्ता ने कही ये बात
आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि आज आदित्य ठाकरे बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात करेंगे. बीजेपी के खिलाफ एकजुटता का संदेश जिस तरह से बिहार से सभी राज्यों को गया है. बीजेपी के खिलाफ देश में जो दल है वह बिहार आते हैं और बिहार आकर तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलते हैं. इस मुलाकात के काफी मायने हैं. 2024 में बीजेपी को केंद्र से हटाने की इस मुलाकात में योजना बनेगी. बीजेपी में सारे भ्रष्टाचारियों का भरमार है जो कमल छाप साबुन से स्नान करते हैं वह सारे हरिश्चंद्र और सदाचारी हो जाते हैं और जो नहीं स्नान करते हैं वह भ्रष्टाचारी हो जाते हैं. तेजस्वी यादव और आदित्य ठाकरे की मुलाकात से बीजेपी बेचैनी में है.


भाजपा को कांग्रेस ने बताया भीतरघाती
कांग्रेस प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने कहा की भाजपा की सबसे पुरानी सहयोगी पार्टी है शिवसेना. भाजपा ने उस शिवसेना को धोखा दिया. भीतरघात करके शिवसेना को तोड़ दिया. भाजपा की दूसरी सबसे पुरानी सहयोगी पार्टी जदयू है. भाजपा ने जदयू के साथ भी भीतरघात किया. तोड़ने की कोशिश की, लेकिन जदयू नेतृत्व समय पर सतर्क हो गया और भाजपा की दाल नहीं गली. भाजपा के तमाम पुराने सहयोगी भाजपा के भीतरघाती रवैये से परेशान होकर अब भाजपा से दूर होने लगे हैं. वह देश के साथ खड़े होने लगे हैं. आदित्य ठाकरे ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का भी समर्थन किया है और अब वह तेजस्वी यादव जी से भी मिलने आ रहे हैं. आदित्य के इस कदम का स्वागत होना चाहिए.


भाजपा ने कसा तंज
पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक जीवेश मिश्रा ने कहा आदित्य ठाकरे खुद ही पटका गए महाराष्ट्र में और सवाल है जिनसे वह गुण सीखने आ रहे है क्या गुण सीखेंगे. राजनीति का या भ्रष्टाचार का गुण सीखेंगे. विपक्ष के साथियों को स्पष्ट करना चाहिए. तेजस्वी यादव इतने बड़ी महारथी नहीं हैं, इस बिहार में भी वह अपने बदौलत सरकार नहीं चला रहे हैं. चोरी की सरकार चला रहे हैं. आज तक आरजेडी 80 सीट पार नहीं कर सकी तो ऐसे लोगों से आदित्य ठाकरे गुण सीखने आ रहे हैं उसका भगवान ही मालिक है.


यह भी पढ़िएः Jharkhand Politics: राज्यपाल रमेश बैस ने लौटाया झारखंड उत्पाद संशोधन विधेयक, राज्य में सियासत गर्माई