Nitish Kumar Iftar Party: रामनवमी के मौके पर बिहार में जिस तरह से दंगे हुए उससे कई जिले अभी भी झुलस रहे हैं. प्रदेश की कानून-व्यवस्था तार-तार हुई जा रही है, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दिल्ली दिखाई दे रही है. राज्य के हालात सुधारने की जगह वह प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं. इतने नाजुक वक्त में भी मुख्यमंत्री साहब इफ्तार पार्टी में शामिल हुए. उनके ठीक पीछे लाल किला वाला पोस्टर लगाया गया.


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नीतीश कुमार जैसे ही मंच पर पहुंचे, उन्होंने पीछे लगे पोस्टर को बड़े गौर से देखा. थोड़ी देर के लिए वहां रुक भी गए और फिर जाकर अपनी कुर्सी पर बैठ गए. इस इफ्तार दावत का इंतजाम मोहम्मद खुर्शीद हसन ने किया था. 
माना जा रहा है कि इसके जरिए जदयू ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को जवाब भेजा है. गृहमंत्री ने रविवार (2 अप्रैल) को नवादा रैली में नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा था, 'उनका प्रधानमंत्री बनने का सपना अधूरा रह जाएगा, क्योंकि पीएम पद अभी खाली नहीं है. जनता तीसरी बार मोदी को ही चुनने का मन बना लिया है.' 


2024 के लिए जदयू का संदेश


शाह के इसी बयान का जवाब देने के लिए इस तरह का पोस्टर लगाया गया है. पार्टी का संदेश साफ है कि मोदी से मुकाबला करने के लिए नीतीश पूरी तरह से तैयार हैं. जदयू के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार में मंत्री विजय चौधरी ने तो यहां तक कह दिया कि नीतीश के बिना बीजेपी वाले बेचैन हो गए हैं. उन्होंने कहा 'बार-बार यह बोलना कि जदयू से गठबंधन नहीं होगा, दिखाता है कि नीतीश के बिना काम चलने वाला नहीं है.' 


इफ्तार पार्टी पर बीजेपी का हमला


उधर बीजेपी ने नीतीश कुमार की इफ्तार पार्टी को आड़े हाथों लिया. भगवा पार्टी ने सीएम नीतीश पर दंगे रोकने में नाकाम रहने और तुष्टिकरण की राजनीति करने के आरोप लगाए हैं. बीजेपी बिहार के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा, 'रोम जल रहा था और नीरो बांसुरी बजा रहा था. कुछ ऐसी ही स्थिति बिहार में है.' उन्होंने आगे कहा, 'नीतीश कुमार अब बुजुर्ग हो चले हैं, उनसे कुछ संभल नहीं रहा.'


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'नीतीश ने बहुत गलत मैसेज दिया'


बीजेपी के सीनियर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी नीतीश कुमार पर जमकर हमला किया है. रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'मुझे इफ्तार से कोई आपत्ति नहीं है. नीतीश बाबू ने इफ्तार से बहुत गलत मैसेज दिया है. ये संदेश है कि रामनवमी की शोभा यात्रा पर पत्थर चलेंगे, हिंसा होगी और बाद में इफ्तार का आयोजन किया जाएगा.' उन्होंने आगे कहा, 'नीतीश कुमार कुर्सी के लिए कहीं भी जा सकते हैं. उन्होंने बिहार को जलाने वालों से समझौता कर लिया है.