Patna: बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण का मामला काफी तेजी से फैल रहा है. शुक्रवार को प्रदेश में 12359 नए मरीज मिले. इनमें अकेले पटना में 2400 से अधिक केस सामने आए हैं. यही वजह है कि कोरोना को लेकर आने वाले समय में स्थिति कंट्रोल से बाहर न हो इसके लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है. 


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सीएम नीतीश कुमार ने महामारी से निपटने के लिए प्रदेश में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ के खाली पदों को भरने को लेकर बड़ा निर्देश दिया है. इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारियों के साथ बैठक में सीएम कुमार ने वॉक इन इंटरव्यू के माध्यम से खाली पदों को जल्द से जल्द भरने का निर्देश दिया है.


मुख्यमंत्री के निर्देश पर अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक हुई है. बैठक में स्वास्थ्य विभाग के पदों की शीघ्र भरने का फैसला लिया गया है.


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इस बैठक के बाद सरकारी सूत्रों के हवाले से यह खबर सामने आ रही है कि जल्द मुख्यालय से लेकर जिलों तक में खाली पड़े पदों को भरने का काम किया जाएगा. इसके लिए जल्द ही बहाली की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया गया है.


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश के बाद सीएम के प्रधान सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में भी एक बैठक हुई है. इस बैठक के बाद बहाली की प्रक्रिया एक तरह से शुरू हो गई है, ऐसा माना जा रहा है. 


सीएम नीतीश कुमार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए, इस महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य महकमे को मजबूती देने के लिए यह फैसला लिया है. मुख्यमंत्री के साथ होने वाले इस अहम बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत समेत कई अधिकारी मौजूद थे.


ज्ञात हो कि इससे पहले भी फरवरी में बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति ने स्टाफ नर्स (Staff Nurse) और लैब-टेक्नीशियन (Lab Technician) के 222 सीट को भरने के लिए वैकेंसी निकाली थी. कोरोना महामारी के दौरान इस वैकेंसी के निकलने के बाद अब मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग एक बार फिर से ऊपर से नीचे तक कई स्तर के पदों पर बड़ी संख्या में नए लोगों के भर्ती होने की संभावना है.