पटना: मद्यनिषेध आबकारी और निबंधन विभाग के प्रधान सचिव केके पाठक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. विभागीय बैठक के दौरान कमिश्नर केके पाठक आईएएस अधिकारियों और बिहार के लोगों को उनकी बुरी आदतों के लिए फटकार लगाते देखे जा रहे हैं. 


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बैठक के दौरान केके पाठक ने कथित तौर पर बिहार की जनता और सरकारी अधिकारियों के लिए भी अपशब्दों का इस्तेमाल किया. जिसका वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है. बिहार प्रशासनिक सेवा संघ (बासा) ने उनके आचरण पर आपत्ति जताई है और पटना के सचिवालय थाने में शिकायत दर्ज कराई है.


वीडियो के अनुसार, केके पाठक ने पटना के निवासियों की तुलना चेन्नई से की. उन्होंने कहा कि चेन्नई के निवासी बाईं ओर चलते हैं, क्या किसी ने पटना के लोगों को ऐसा करते हुए देखता है? वे हॉर्न बजाते हैं जब उन्हें लाल बत्ती पर रुकना होता है, जबकि चेन्नई के यात्री लाल बत्ती पर रुकने पर हॉर्न नहीं बजाते हैं.


पाठक ने अधिकारियों से कहा कि वे डिप्टी कलेक्टरों के खिलाफ उन्हें लिखित शिकायत दें और वह उनके और बासा के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. वायरल वीडियो के बाद बासा अध्यक्ष सुनील कुमार तिवारी ने गुरुवार दोपहर पटना के सचिवालय थाने में अर्जी दी.


सुनील कुमार तिवारी ने बताया, केके पाठक अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार करने वाले अपराधी हैं. उन्होंने बिहार के लोगों और अधिकारियों के खिलाफ असंसदीय और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है. इसलिए, हमने उनके खिलाफ सचिवालय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है.


तिवारी ने कहा, वह पंजीकरण विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव भी हैं और उन्होंने बासा का पंजीकरण भी रद्द कर दिया था. हम मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव से उन्हें बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं.


(आईएएनएस)