पटनाः Deepawali Lakshmi Puja Vidhi 2022: दीपकों का प्रकाश पर्व आज मनाया जा रहा है. दीपकों की पंक्तियों का ये प्रकाश पर्व जीवन में प्रकाश का पर्व है. ये आत्मा और परमात्मा के बीच जीवन प्रकाश की कड़ी है. इस दिन सिर्फ धन का उत्सव नहीं होता है, बल्कि यह मन का भी उत्सव है. दीपावली पर मुख्य रूप से देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है. जानिए माता की सही पूजा विधि


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पंचांग के अनुसार दीपावली का शुभ मुहूर्त शाम 6:36 से शुरू होगा. इस बार कार्तिक कृष्ण अमावस्या तिथि शाम 05:04 के पश्चात प्रारंभ हो रही है. सोमवार का दिन हस्त नक्षत्र अपरान्ह 03:18 बजे तक पश्चात् चित्रा नक्षत्र रहेगी, जो अत्यंत ही शुभ है. शाम को दीपोत्सव के साथ-साथ ही मां लक्ष्मी, गणेश व कुबेरादि देवताओं की पूजन निष्ठा पूर्वक करना चाहिए. इस दिन लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए पहले से ही घरों को साफ सुथरा करके दीपकों से सजाना चाहिए.


दिवाली पर लक्ष्मी पूजा की विधि
1.  दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन से पहले घर की साफ-सफाई करें और पूरे घर में वातावरण की शुद्धि और पवित्रता के लिए गंगाजल का छिड़काव करें. साथ ही घर के द्वार पर रंगोली और दीयों की एक शृंखला बनाएं.
2.  पूजा स्थल पर एक चौकी रखें और लाल कपड़ा बिछाकर उस पर लक्ष्मी जी और गणेश जी की मूर्ति रखें या दीवार पर लक्ष्मी जी का चित्र लगाएं. चौकी के पास जल से भरा एक कलश रखें.
3.  माता लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति पर तिलक लगाएं और दीपक जलाकर जल, मौली, चावल, फल, गुड़, हल्दी, अबीर-गुलाल आदि अर्पित करें और माता महालक्ष्मी की स्तुति करें.
4.  इसके साथ देवी सरस्वती, मां काली, भगवान विष्णु और कुबेर देव की भी विधि विधान से पूजा करें.
5.  महालक्ष्मी पूजन पूरे परिवार को एकत्रित होकर करना चाहिए.
6.  महालक्ष्मी पूजन के बाद तिजोरी, बहीखाते और व्यापारिक उपकरण की पूजा करें.
7.  पूजन के बाद श्रद्धा अनुसार ज़रूरतमंद लोगों को मिठाई और दक्षिणा दें.