Building a House: हर व्यक्ति अपने जीवन में घर निर्माण की इच्छा रखता है. ऐसे में ज्योतिष और वास्तु के विचार के बिना बनाए गए आलीशान से आलीशान घर में कई बार लोग बसेरा नहीं कर पाते हैं. उनकी जिंदगी कलह से भर जाती है, मानसिक अशांति उनके जीवन का हिस्सा बन जाता है. ऐसे में आपको घर का निर्माण करने से पहले कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए. इसमें से सबसे पहली बात की किस जमीन पर घर का निर्माण होना चाहिए और कैसी भूमि पर घर का निर्माण नहीं करना चाहिए. 


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मतलब घर में आप किस दिशा में किस तरह का निर्माण करेंगे इस पर विचार करने से पहले आपको विचार करना होगा कि आप कैसी जमीन पर घर बनाने जा रहे हैं. क्या वह भूमि वास्तु के अनुसार भवन के निर्माण के लिए उपयुक्त है. ऐसे में सबसे पहले जो भूमि आप गृह निर्माण के लिए खरीद रहे हैं उसपर किस तरह के पशु या जीव-जंतु निवास कर रहे हैं इसपर विचार कर लें. क्योंकि ज्योतिष के अनुसार कई जानवरों के निवास वाली भूमि अशुभ मानी गई है. 


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अस्तबल या जहां घोड़े रखे जाते हैं ऐसी जमीन पर अगर आप घर का निर्माण करना चाहते हैं तो यह भूमि बेहद अच्छी मानी गई है. इससे आपका स्वास्थ्य बेहतर और आप समृद्ध बनेंगे. ऐसे में आपको किसी तरह की हृदय से संबंधित परेशानी नहीं होगी. जिस जमीन में नेवले का निवास है वह जमीन अगर आपको घर बनाने के लिए मिले तो आप सौभाग्यशाली हैं. 


कोई जमीन जो गायों के लिए चारागाह हो या जहां गायें चरती हों ऐसी जमीन पर घर नहीं बनाना चाहिए. क्योंकि हमारे यहां गाय का काफी महत्व है ऐसे में ऐसी जमीन पर घर बनाने से सौभाग्य छिन्न होता है. वहीं जिन जमीनों पर गंदे जानवर लोटते हैं या निवास करते हैं ऐसी जमीन पर भी घर बनाना अच्छा नहीं माना गया है. वहीं किसी जमींदार की जमीन जिस पर मधुमक्खियों का छत्ता हो तो ऐसी जमीन घर बनाने के लिए अच्छी मानी गई है. 


यदि किसी जमीन की खुदाई में कपाल, हड्डी, कोयला या लोहा निकले तो इस जमीन पर घर बनाना शुभ नहीं है. वहीं ईंट, पत्थर, सिक्के निकलें तो इसे शुभ माना गया है. जमीन की मिट्टी लाल और काली हो तो घर बनाने के लिए बेहतर है. जमीन को आसपास कोई पुराना कुंआ और खंडहर होना शुभ नहीं माना गया है. अगर जमीन गड्ढे वाली हो तो इसे भी शुभ नहीं माना गया है. अगर किसी जमीन पर कांटेदार पेड़ पौधे हों तो यहां भी मकान का निर्माण नहीं करना चाहिए.