Durga Ashtami 2024 Date: दुर्गा पूजा का पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है, खासकर बंगाल में इसे बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. इस त्योहार में देवी दुर्गा की महिषासुर पर विजय का जश्न मनाया जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. दुर्गाष्टमी के दिन देवी दुर्गा के महागौरी रूप की पूजा की जाती है, जो शांति और शुद्धता का प्रतीक मानी जाती हैं.


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आचार्य मदन मोहन के अनुसार 2024 में दुर्गाष्टमी को लेकर कुछ लोगों में भ्रम हो सकता है. वैदिक पंचांग के अनुसार अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि का आरंभ 10 अक्टूबर को दोपहर 12:35 बजे से होगा और यह 11 अक्टूबर को दोपहर 12:05 बजे समाप्त होगी. इसलिए, दुर्गाष्टमी व्रत 11 अक्टूबर 2024, शुक्रवार को रखा जाएगा. इस दिन ही महानवमी व्रत भी मनाया जाएगा.


दुर्गा अष्टमी पूजा का शुभ मुहूर्त इस प्रकार है


  • चर (सामान्य): सुबह 06:20 से 07:47 बजे तक

  • लाभ (उन्नति): सुबह 07:47 से 09:14 बजे तक

  • अमृत (सर्वोत्तम): सुबह 09:14 से 10:41 बजे तक

  • शुभ (उत्तम): दोपहर 12:08 से 01:34 बजे तक

  • चर (सामान्य): शाम 04:28 से 05:55 बजे तक


आचार्य के अनुसार महागौरी का स्वरूप दुर्गा माता के नौ रूपों में अष्टमी के दिन महागौरी की पूजा की जाती है. महागौरी माता पार्वती का दिव्य रूप मानी जाती हैं, जिनका रंग बहुत गौर है. उनके सफेद वस्त्र और आभूषण के कारण उन्हें श्वेताम्बरधरा कहा जाता है. उनकी चार भुजाएं हैं, जिनमें से एक में अभय मुद्रा और दूसरे में त्रिशूल है. उनके बाएं हाथ में डमरू और वर मुद्रा है. उनका वाहन वृषभ (बैल) है, इसलिए उन्हें वृषारूढ़ा भी कहा जाता है.


महागौरी को प्रसन्न करने के लिए भक्तजन इस दिन व्रत रखते हैं और पूजा में उनका ध्यान करते हैं. महागौरी के मंत्र का उच्चारण भी शुभ माना जाता है.


"ॐ देवी महागौर्यै नमः"


साथ ही कहा कि इस दिन देवी महागौरी की पूजा करके लोग उनकी कृपा प्राप्त करते हैं और जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की कामना करते हैं.


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