Garlic-Ginger Price Hiked: बरसात के मौसम में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. टमाटर की सुर्ख लाली से आम आदमी पहले से परेशान है. अब लहसुन और अदरक ने भी लोगों के किचन का बजट बिगाड़ना शुरू कर दिया है. टमाटर के बाद अब अदरक-लहसुन के दाम भी आसमान छू रहे हैं. अदरक की कीमतें अभूतपूर्व स्तर तक बढ़ने के साथ 400 रुपये किलो पर पहुंच गई है. वहीं लहसुन भी 200 रुपये किलो तक बिक रहा है. खबरों के मुताबिक, जल्द ही प्याज भी अपने तेवर दिखाने वाला है. अगस्त के आखिरी तक प्याज भी लोगों को रुलाने लगेगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


बता दें कि 2022 में लहसुन 10 रुपए किलो बिका था, अब इसकी कीमत 200 रुपये पहुंच गई है. वहीं खुले बाजारों में अब एक किलो अदरक 300 से 400 रुपये तक बिक रहा है. आने वाले समय में भाव में तेजी होने की संभावना भी जताई जा रही है, जब तक बाजार में आवक नहीं बढेगी दाम कम नहीं होंगे. इससे किसानों और व्यापारियों को इसका सीधा लाभ मिल रहा है, लेकिन आम जनता परेशान हो रही है. 


ये भी पढ़ें- Tomato Price: टमाटर के कब कम होंगे दाम, इतना महंगा होने की क्या है वजह? जानें असली कारण


व्यापारियों के मुताबिक, 60 किलो अदरक की बोरी पिछले साल 2,000 से 3,000 रुपये की कीमत पर बेची जाती थी, अब इसकी कीमत 10 हजार रुपये की कीमत को भी पार कर गई है. कम उत्पादन व मांग में बढ़ोतरी के चलते लहसुन के रेट में जरूरत से ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. पिछले वर्ष उत्पादन अधिक होने से लहसुन के भाव जमीन पर आ गए थे और मात्र 10 रुपए किलो के आसपास लहसुन बिका था. वहीं अब लहसुन का भाव 200 रुपये के करीब है. बीते 15 दिनों में लहसुन का भाव करीब 4 से 5 हजार रुपए प्रति क्विंटल भाव बढ़ गया है. नॉर्मल लहसुन 12 हजार रुपए के आसपास पहुंच गया है.


ये भी पढ़ें- हाय रे टमाटर! दुकानों का ताला तोड़ टमाटर और अदरक ले उड़े चोर, तलाश में पुलिस


कहा जा रहा है कि प्याज की कीमतों में बंपर बढ़ोतरी हो सकती है. क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स ने दावा किया है कि एक किलो प्याज का रेट 60 रुपये के पार पहुंच सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक, अगले महीने से रिटेल मार्केट में प्याज महंगा हो जाएगा. मौजूदा समय में प्‍याज की कीमत 28 रुपये से लेकर 32 रुपये तक हैं. रिपोर्ट के अनुसार, अगस्‍त के अंत में खुदरा बाजार में प्‍याज की कीमत में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हो सकती है. ये बढ़ोतरी आपूर्ति में कमी के कारण अगले महीने करीब 60-70 रुपये प्रति किलोग्राम तक बढ़ने की संभावना है. रिपोर्ट में कहा गया कि प्याज के भाव में इजाफे के बाद भी कीमतें 2020 के उच्‍चतम स्‍तर से नीचे रहने वाली हैं.