Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की तैयारियों के बीच एआईयूडीएफ प्रमुख और सांसद बदरुद्दीन अजमल ने एक विवादित बयान दिया है. उन्होंने मुस्लिमों को सुझाव दिया है कि 22 जनवरी को राम जन्मभूमि पर राम की मूर्ति रखी जाएगी और इसके दौरान लाखों लोग आ सकते हैं. इसके चलते वह चाहते हैं कि मुस्लिम लोग घर पर ही रहें, क्योंकि इस समय में कोई बुरी योजना हो सकती है. बदरुद्दीन अजमल के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पलटवार किया.


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केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि बदरुद्दीन अजमल हो चाहे ओवैसी हो यह सब जब भी बयान देते हैं और हिंदू मुसलमान के बीच खाई पैदा करने की कोशिश करते हैं. मगर बीजेपी हिंदू मुसलमान दोनों को साथ लेकर चलती है और राम मंदिर में इकबाल अंसारी जो पेटीशनर थे वह जा रहे हैं उनको निमंत्रण नहीं मिला. आज जरूरत है देश में एक बार अंसारी जैसे मुस्लिम जो दोनों समाज को एक करें बदरुद्दीन अजमल और ओवैसी लोगों के बीच खाई पैदा करते हैं.


वहीं उन्होंने कहा कि JDU के एमपी के द्वारा दिए गए बयान पर गिरिराज सिंह ने कहा कोई अज्ञानी हो जाए तो मैं क्या करूं नीतीश कुमार ज्ञान दें. लोगों को प्राण प्रतिष्ठा सनातन धर्म में जब होता है तो प्राण प्रतिष्ठा एक उत्सव मनाया जाता है और उसे उत्सव में लोगों को निमंत्रण भी दिया जाता है. नवाब का श्राद्ध होता है और ना किसी का जनेव होता है प्राण प्रतिष्ठा प्रभु राम का होता है या नीतीश जी को सद्बुद्धि दें.


गिरिराज सिंह ने पश्चिम बंगाल में जिस तरह से ईडी टीम पर हमला किया गया उसको लेकर कहा कि एक संघीय ढांचे के तहत लोकतंत्र बचा हुआ है इसलिए लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं है बंगाल में वहां संघीय ढांचा को तोड़ा जा रहा है. वहां तानाशाही है जो उनके खिलाफ बोले उनकी हत्या हो जाती है ED को मारते हैं वह किंम जोंग की सरकार लोकतंत्र की सरकार नहीं है.


इनपुट - रूपेंद्र श्रीवास्तव 


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