पटना: प्रवर्तन निदेशालय ने आईएएस अधिकारी संजीव हंस और आरजेडी के पूर्व विधायक गुलाब यादव से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केस दर्ज कराने वाली महिला से पूछताछ की. महिला ने दोनों पर गैंगरेप का आरोप भी लगाया है. पूछताछ के दौरान पीड़िता ने जांच में सहयोग का आश्वासन दिया और अपने बेटे का डीएनए टेस्ट कराने की भी मांग की. पिछले साल हंस और यादव पर महिला के साथ सामूहिक बलात्कार के आरोप में मामला दर्ज किया गया था. ईडी की जांच पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा की एक रिपोर्ट से शुरू हुई. रिपोर्ट में हंस और यादव द्वारा बड़ी मात्रा में पैसों के लेन-देन का उल्लेख किया गया है.


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ईडी ने हंस और गुलाब यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों से जुड़ी जांच शुरू की है. हंस के खिलाफ आरोप सामने आने के बाद बिहार सरकार ने गुरुवार को उन्हें ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव के पद से हटा दिया. बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी संजीव हंस और राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के तहत 16 जुलाई को बिहार, दिल्ली और पुणे में कई ठिकानों पर छापेमारी की थी.


हंस भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1997 बैच के वरिष्ठ अधिकारी हैं, जबकि गुलाब यादव झंझारपुर से विधायक रहे हैं. बता दें कि पीड़िता ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया था कि संजीव हंस और गुलाब यादव ने नशीला पदार्थ मिलाकर रेप किया था. फिर उनके साथ गैंगरेप कर उनकी आपत्तिजनक तस्वीरें भी दोनों ने निकाल ली. जिसे सार्वजनिक करने का डर दिखाकर दोनों लगातार अलग-अलग जगहों पर उसका यौन शोषण करते रहे. यौन शोषण की वजह से कई बार वो प्रेग्नेंट भी हुई.


इनपुट- आईएएनएस


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