पटना: उपराष्ट्रपति चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन राजग के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ ने जीत हासिल कर लिया है. पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल और उपराष्ट्रपति पद के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ ने विपक्ष की मार्गेट अल्वा पर आसान जीत हासिल की. बता दें कि जगदीप धनखड़ भारत के 14 वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे. 


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11 अगस्त को होगा शपथग्रहण
जगदीप धनखड़ ने विपक्ष की उम्मीदवार मार्गेट अल्वा को 346 वोटों से हराया है. जगदीप धनखड़ के पक्ष में 528 लोगों ने वोट किया, वहीं मार्गेट अल्वा के पक्ष में 182 लोगों ने वोट किया. बता दें कि 10 अगस्त को वर्तमान उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का कार्यकाल खत्म होगा. जिसके बाद 11 अगस्त को जगदीप धनखड़ देश के रूप में शपथ लेंगे. भारत के नए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का जन्म 1951 में राजस्थान के झुंझुनू में हुआ था. इससे पहले उन्होंने जुलाई 2019 से जुलाई 2022 तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में कार्य किया है.राजस्थान विधान सभा के सदस्य, संसद सदस्य और भारत सरकार में राज्य मंत्री के रूप में भी कार्य किया है.


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कैसे होता है उपराष्ट्रपति का चुनाव?
राष्ट्रपति की तरह उपराष्ट्रपति का चुनाव भी इलेक्टोरल कॉलेज के द्वारा किया जाता है. उपराष्ट्रपति का चुनाव सीक्रेट बैलेट बॉक्स के जरिए ही होता है.  इस चुनाव को आनुपातिक प्रतिनिधि पद्धति से किया जाता है. सिंगल ट्रांसफरेबल वोट सिस्टम से इस चुनाव में वोटिंग की जाती है. वोट देने के लिए वोटर को बैलट पेपर पर मौजूद उम्मीदवारों में से अपनी पसंद के उम्मीदवार को एक, दूसरी पसंद को दो और इसी तरह से अन्य प्रत्याशियों के लिए नंबर लिखा जाता है. मतदान की प्रक्रिया गुप्त मतदान पद्धति से होती है. इलेक्टोरल कॉलेज में राज्यसभा के 245 सदस्य और लोकसभा के 543 निर्वाचित सदस्य हैं.