आरसीपी सिंह को लेकर मंत्री मोहम्मद जमा खान बोले-मुझे नहीं है कोई जानकारी
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्र में मंत्री रहे आरसीपी सिंह (RCP Singh) ने शनिवार की शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
Patna: जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्र में मंत्री रहे आरसीपी सिंह (RCP Singh) ने शनिवार की शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. जिसके बाद बिहार में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है.इसी बीच बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खान ने मामले को लेकर अनभिज्ञता जाहिर की है.
मुख्यमंत्री लेते है रिपोर्ट
इस मामले को लेकर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खान ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं है. हालांकि मुख्यमंत्री सबकी रिपोर्ट लेते रहते हैं. ऐसे में अगर उनकी नजर में कुछ गलत आया होगा तो उन्होंने ये फैसला किया होगा. अगर पार्टी में रहते हुए उन्होंने अकूत अचल संपत्ति बनाई है तो उसकी जांच होगी.
उन्होंने आगे कहा कि इस मामले में पहले जांच होगी और रिपोर्ट आने के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी. अगर पार्टी में रहते हुए कोई अवैध तरीके से संपत्ति अर्जित करता है तो ये गलत है. इस पर कार्रवाई होगी. बता दें कि जदयू पार्टी से पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद उथल पुथल मच गई है. एक के बाद एक आरपीसी सिंह के समर्थक जदयू से इस्तीफा दे रहे हैं. उनके जाने के बाद सबसे पहले जदयू के शिक्षा प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष डॉ. कन्हैया सिंह व व्यावसायिक प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष उपेंद्र विभूति और जदयू प्रदेश सचिव तारा श्वेता आर्य ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही उन्होंने नया संगठन बनाने का संकेत दिया है.
आरसीपी सिंह बोले डूबता जहाज है जदयू
पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने कहा कि साजिश के तहत आरोप लगाया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कार्यकतार्ओं से भी साथ चलने का आह्वान किया है. आरसीपी सिंह ने कहा कि जदयू डूबता हुआ जहाज है. जदयू में अब बचा क्या है, अब तक जदयू का झोला उठाकर क्या करूंगा. भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रह चुके आरसीपी सिंह ने कहा कि जदयू सिर्फ गणेश परिक्रमा करने वालों की ही पार्टी बनकर रह गई है. आरसीपी सिंह ने इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम लिए बिना कहा कि राज्यसभा टिकट काटे जाने से पहले उन्होंने बात तक नहीं की. कोई कटसी भी नहीं निभाई है. यह कहने है कि आपका टिकट काटा जा रहा है.