Momos Side Effects: बिहार के गोपालगंज में दोस्तों के बीच शर्त लगी थी. इस शर्त ने कब मौत का रूप ले लिया पता ही नहीं चला. शर्त थी कि युवक को 150 मोमोज खाने है. इस शर्त को पूरा करने के लिए युवक मोमोज खाता है और खाते खाते ही युवक बेहोश होकर सड़क पर गिर जाता है. अन्य लोग युवक को अस्पताल में भर्ती करवाते हैं जहां उसकी मौत हो जाती है.
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पटना: Momos health effects: मोमोज का चलन भारत के विभिन्न हिस्सों में बड़ी तेजी से बढ़ रहा है. नेपाल से शुरू हुई यह डिश अब पहाड़ों से होते हुए बिहार, झारखंड, दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में पैर पसार चुकी है. शाम होते ही सड़कों पर जगह-जगह आपको मोमोज की स्टोल दिख जाएगी. क्या आपकों पता है यह डिश लोगों की जान भी ले रही है. हाल ही में बिहार के गोपालगंज में युवक की मौत हो गई. डॉक्टरों का कहना है कि युवक ने जरूरत से ज्यादा मोमोज खा लिए थे, उसी के कारण उसकी मौत हुई.
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600 साल पुरानी डिश है मोमोज
मोमोज को लेकर बता दें कि 600 साल पुरानी यह डिश अरुणाचल प्रदेश के मोनपा और शेरदुकपेन जनजाति के खानपान का एक अहम हिस्सा हैं. ये जगह नेपाल और तिब्बत बॉर्डर से बिल्कुल लगी हुई है. यहां के लोगों ने मोमोज डिश के अपने अनुसार तैयार किया. इसको बनाने की विधि को लेकर बात करें तो यह परंपरागत रूप से, मोमो को पिसे हुए/कीमा बनाया हुआ मांस, आलू और लीक से तैयार किया जाता है. आजकल, भराई अधिक विस्तृत हो गई है और मोमो को वस्तुतः पिसे हुए मांस, सब्जियों, टोफू, मशरूम, पनीर पनीर, नरम छुरपी (स्थानीय हार्ड पनीर) और सब्जी के अलावा चिकन या मटन से भी तैयार किया जाता है. इन दिनों यह डिश लोगों की पहली पसंद बनती जा रही है.
मोमोज में इतना होता है प्रोटीन
अगर मोमोज की बात करें तो इसके अंदर प्रोटीन 1.6 ग्राम, कार्बोहाइड्रेट 9.6 ग्राम, फाइबर 0.9 ग्राम, वसा 2.4 ग्राम है.
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मोमोज खाने के ये हैं नुकसान
मोमोज को लेकर बात करें तो यह फास्ट फूड की दुनिया में लोगों की पहली पसंद बन चुका है. सभी को पता है कि मोमोज के बनाने में मैदे का उपयोग करते हैं. इसके बारे में बता दें कि यह पैंक्रियाज के लिए हानिकारक, डायबिटीज के लिए खतरा, पाइल्स की समस्या बढ़ जाती है. इसके अलावा यह शरीर के अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने का काम भी करती है.
गोपालगंज में मोमोज खाने से चली गई जान
मोमोज खाने को लेकर बिहार के गोपालगंज में दोस्तों के बीच शर्त लगी थी. इस शर्त ने कब मौत का रूप ले लिया पता ही नहीं चला. शर्त थी कि युवक को 150 मोमोज खाने है. इस शर्त को पूरा करने के लिए युवक मोमोज खाता है और खाते खाते ही युवक बेहोश होकर सड़क पर गिर जाता है. अन्य लोग युवक को अस्पताल में भर्ती करवाते हैं जहां उसकी मौत हो जाती है. डॉक्टरों ने जांच की तो पाया युवक का गला मैदे और अपने सब्जी की वजह से चोक हो गया था, जो बाद में उसकी मौत का कारण बन गई. डॉक्टरों का कहना है कि मोमोज का एक लिमिट से ज्यादा खातें है तो यह शरीर के लिए ठकी नहीं है.