गर्भवती महिला को ठेले पर लेकर अस्पताल पहुंचा पति, नहीं मिली एंबुलेंस
राजीव की पत्नी को तेज प्रसव पीड़ा हो रही थी. ठेले पर पत्नी को अस्पताल लेकर पहुंचने के बाद भी अस्पताल में स्ट्रेचर नहीं मिला. राजीव के परिजनों ने अस्पताल में कई जगह स्ट्रेचर को ढूंढने का कार्य किया, लेकिन स्ट्रेचर नहीं मिला.
नालंदा: नालंदा में स्वास्थ्य व्यवस्था एक दम लचर है. जिले स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव ऐसा है कि एक प्रसुता को सदर अस्पताल ठेले पर ले जाना पड़ा है. बता दें कि बिहारशरीफ के कमरुद्दीन गंज मोहल्ला निवासी राजीव प्रसाद की पत्नी को प्रसव पीड़ा हुआ. इसके बाद परिजनों ने कई बार टोल फ्री नंबर पर एबुलेंस को फोन किया, लेकिन लगातार फोन करने के बाद भी एंबुलेंस नहीं आई. जब पत्नी को परेशानी ज्यादा हुई, तो राजीव खुद सब्जी के ठेले पर पत्नी को लिटाकर अस्पताल लेकर गए. बता दें कि ठेले पर पत्नी को अस्पताल लेकर जाते का वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है.
अस्पताल में नहीं मिला स्ट्रेचर
बता दें कि राजीव की पत्नी को तेज प्रसव पीड़ा हो रही थी. ठेले पर पत्नी को अस्पताल लेकर पहुंचने के बाद भी अस्पताल में स्ट्रेचर नहीं मिला. राजीव के परिजनों ने अस्पताल में कई जगह स्ट्रेचर को ढूंढने का कार्य किया, लेकिन स्ट्रेचर नहीं मिला. जब अस्पताल प्रशसान ने राजीव की मदद नहीं की तो, राजीव ने ठेला इमरजेंसी वार्ड में लेकर चला गया. हालांकि बता दें कि जिले के सदर अस्पताल में यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी कई मामले सामने आये हैं.
मरीजों के इलाज में बरती जा रही लापरवाही
बता दें कि नालंदा सदर अस्पताल में आए दिन अव्यवस्था के मामले सुर्खियों में रहते हैं. वहां भर्ती मरीजों ने बताया कि इलाज में काफी लापरवाही बर्ती जा रही है. सदर अस्पताल में ज्यादातर गरीब मरीज ही इलाज कराने के लिए आते हैं. मगर बड़ी बात ये है कि यहां संसाधनों का घोर अभाव है. मामले में परिजनों का आरोप है कि अस्पताल की तरफ से एंबुलेंस नहीं दिया गया. वहीं अस्पताल प्रशासन का कहना है कि अस्पताल में इस समय एंबुलेंस हैं ही नहीं. जबकि हाल में ही राज्य सरकार के द्वारा मिशन-60 के तहत सदर अस्पताल को आधुनिक सुविधाओं से लैस एंबलेंस उपलब्ध करवाया गया था.
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