Navratri 2024 3rd Day: नवरात्रि का तीसरा दिन मां चंद्रघंटा की पूजा को समर्पित होता है. देवी चंद्रघंटा मां दुर्गा का शांति और कल्याण का स्वरूप मानी जाती हैं. आचार्य मदन मोहन ने बताया कि देवी भागवत पुराण के अनुसार मां चंद्रघंटा ब्रह्मा, विष्णु और महेश की शक्तियों से उत्पन्न हुई देवी हैं. इस दिन मां की पूजा करने से जीवन में शांति, शक्ति और साहस की प्राप्ति होती है. मां चंद्रघंटा का रूप बहुत ही शांत और सौम्य होता है, जो हमें जीवन में संयम और धैर्य रखने का संदेश देता है.


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पूजा विधि
मां चंद्रघंटा की पूजा के लिए सबसे पहले एक स्वच्छ और शांत स्थान चुनें, जहां आप ध्यानपूर्वक पूजा कर सकें. पूजा के लिए निम्नलिखित सामग्री तैयार करें.


  • फूल: सफेद फूल खास तौर से उपयोग करें.

  • फल: सेब, नाशपाती या किसी अन्य फल का भोग चढ़ाएं.

  • मिठाई: किसी भी प्रकार की मिठाई मां को अर्पित कर सकते हैं.

  • धूप, दीपक और कपूर: पूजा के दौरान इनका इस्तेमाल जरूर करें.

  • लाल रंग की चूड़ियां या वस्त्र: मां को अर्पित करने के लिए या पूजा के दौरान धारण करने के लिए उपयोग करें.


आचार्य मदन मोहन के अनुसार सबसे पहले पूजा स्थल पर दीपक जलाएं और धूप दें. मां चंद्रघंटा की प्रतिमा या तस्वीर के सामने ध्यान करें और उन्हें प्रणाम करें. इसके बाद मां को फल, मिठाई और फूल अर्पित करें। फिर आरती करें और मां से शक्ति, साहस और सफलता की कामना करें.


मां चंद्रघंटा का मंत्र
मां चंद्रघंटा की पूजा के दौरान इस स्त्रोत मंत्र का उच्चारण करना बहुत लाभकारी माना जाता है.
"वन्दे वाच्छित लाभाय चन्द्रर्घकृत शेखराम।
सिंहारूढा दशभुजां चन्द्रघण्टा यशंस्वनीम।।
खड्ग, गदा, त्रिशूल, चापशंर पद्म कमण्डलु माला वराभीतकराम।।"


यह मंत्र मां चंद्रघंटा की महिमा का बखान करता है. इसे पढ़ने से मन को शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है.


मां चंद्रघंटा की पूजा का महत्व
आचार्य के अनुसार मां चंद्रघंटा की कृपा से भक्तों को ऐश्वर्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है. जिन लोगों को विवाह में समस्या आ रही हो, उनके लिए इस दिन मां की आराधना विशेष रूप से फलदायक मानी जाती है. मां चंद्रघंटा का आशीर्वाद पाकर वैवाहिक जीवन सुखमय बनता है और जीवन की कठिनाइयां समाप्त हो जाती हैं.


मां चंद्रघंटा का प्रिय रंग
मां चंद्रघंटा की पूजा के दौरान पीले या सुनहरे रंग के कपड़े पहनना बहुत शुभ माना जाता है. यह रंग मां को प्रसन्न करने के साथ-साथ भक्त के जीवन में सकारात्मकता लाता है.


मां चंद्रघंटा का प्रिय भोग
मां चंद्रघंटा को केसर से बनी खीर और दूध से बनी मिठाई का भोग अर्पित करना चाहिए. इसके अलावा पंचामृत, चीनी और मिश्री भी मां को अर्पित की जाती है. यह सभी चीजें मां को प्रिय हैं और इनका भोग लगाने से मां की कृपा प्राप्त होती है. साथ ही मां चंद्रघंटा की पूजा करने से जीवन में शांति, समृद्धि और शक्ति प्राप्त होती है. नवरात्रि के इस विशेष दिन पर मां की उपासना से सभी संकटों का नाश होता है और भक्तों को सफलता के मार्ग पर आगे बढ़ने का आशीर्वाद मिलता है.


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