नवादा में दबंगों ने जमीन सर्वे के लिए फूंकी दलित बस्ती, 34 परिवार बेघर
Nawada News: पीड़ित लक्ष्मीनिया देवी ने बताया कि हमारी बस्ती सरकारी जमीन पर स्थित है. नंदू पासवान इस जमीन पर कब्जा करना चाहता है. वह अपने साथियों के साथ आया और इस घटना को अंजाम दिया. हमें बहुत नुकसान हुआ है.
Nawada News: नवादा के कृष्णा नगर में जमीन विवाद को लेकर एक दलित बस्ती को दबंगों ने आग के हवाले कर दिया. यह घटना बुधवार शाम की है, जब करीब 150 लोगों ने बस्ती को घेर लिया और पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी. इस आगजनी में 34 परिवारों के 150 से अधिक लोग बेघर हो गए. इनमें से 21 घर पूरी तरह जल गए और 13 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए. पीड़ित अब पेड़ के नीचे रह रहे हैं, उनके पास न घर बचा है और न ही खाने का सामान.
पीड़ितों का कहना है कि यह घटना योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दी गई. जमीन सर्वे के दौरान दबंग लोग अपना नाम दर्ज करवाना चाहते थे, इसी वजह से उन्होंने बस्ती को जलाया. स्थानीय लोगों ने बताया कि दबंग पहले बस्ती में आए, कुछ लोगों के साथ मारपीट की, फिर फायरिंग की और उसके बाद घरों में आग लगा दी. पीड़ितों का कहना है कि दबंग उन्हें डराकर उस जमीन से बेदखल करना चाहते हैं ताकि जमीन पर कब्जा कर सकें.
यह जमीन विवाद तीन दशक से चला आ रहा है. महादलित परिवार यहां लंबे समय से रह रहे हैं. पुराने सर्वे में यह जमीन सरकारी थी, लेकिन नए सर्वे में इसे कुछ लोगों ने अपने नाम करवा लिया. मामला कोर्ट में लंबित है, लेकिन दबंगों ने फैसला आने से पहले ही जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की. साथ ही लालो देवी, जो ईंट भट्ठे पर काम करती हैं, बताती हैं कि उनके घर में 60 हजार रुपये रखे थे, जो आग में जल गए. घटना के वक्त वह खाना बना रही थीं, जब दबंगों ने गांव को घेर लिया और आग लगा दी. लक्ष्मणिया देवी का कहना है कि नंदू पासवान और उसके साथियों ने इस घटना को अंजाम दिया ताकि उन्हें वहां से भगाया जा सके और जमीन पर कब्जा किया जा सके.
इसके अलावा घटना के बाद 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनके पास से हथियार और कारतूस बरामद किए गए हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना पर संज्ञान लिया है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है. पीड़ितों को सहायता के रूप में 1 लाख 5 हजार 150 रुपये का चेक दिया गया है. लेकिन पीड़ित अब भी डर और असुरक्षा में जी रहे हैं और उनकी मांग है कि उन्हें न्याय मिले और उनकी जमीन सुरक्षित रहे.