Patna: जिला प्रशासन सार्वजनिक जगहों में कोरोना की जांच के दावे कर रहा है. स्वास्थ्य विभाग भी ऐसा ही दावा कर रहा है लेकिन सच्चाई ठीक इसके विपरित है. पटना जंक्शन हो या बाकीपुर बस स्टैंड यहां कोरोना जांच के मुक्कमल इंतजाम नहीं हैं. जंक्शन पर सुबह के वक्त जांच टीम के किसी भी सदस्य को नहीं देखा गया. जबकि यहां दिल्ली से कई अहम ट्रेनें आती हैं. 


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सुबह 7 बजे के करीब ही दिल्ली से राजगीर जाने वाली श्रमजीवी एक्सप्रेस पटना जंक्शन पर रूकती है और इससे काफी संख्या में दिल्ली से आने वाले लोग उतरते हैं. लेकिन यहां सुबह किसी भी तरह की जांच नहीं होती है. ऐसे में खतरा इस बात को लेकर है कि अगर दिल्ली से कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित होकर पटना लौटा और उसकी जांच नहीं हुई तो क्या वो कोरोना बिहार के दूसरे हिस्सों में नहीं फैलाएगा.


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इसी तरह पटना जंक्शन पर एक और लापरवाही सामने आई है. दरअसल, जिस कोरोना जांच टीम को यहां लगाया गया है वो सिर्फ पटना जंक्शन के मेन गेट पर ही मौजूद है जबकि यात्रियों के आने-जाने के लिए पटना जंक्शन का गेट नंबर एक और दो भी उपलब्ध है. लेकिन यहां किसी भी तरह की जांच टीम मौजूद नहीं दिखाई देती है.


लापरवाही सिर्फ पटना जंक्शन पर ही नहीं बल्कि बाकीपुर बस स्टैंड पर भी दिखी. बाकीपुर बस स्टैंड से उत्तर और दक्षिण बिहार के लिए सुबह से ही बसें खुलती हैं लेकिन यहां भी सुबह के वक्त कोई जांच टीम नहीं दिखी. ऐसा लगता है मानों, सुबह के वक्त यात्री यहां नहीं पहुंचते हों. दो चार कुर्सियां अवश्य दिखाई दीं लेकिन जांच टीम के लोग यहां मौजूद नहीं थे. 


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हालांकि, इन सबके बीच बाकीपुर बस स्टैंड पर बसों को सेनिटाइज किया गया. पटना नगर निगम बाकीपुर में सभी बसों का सेनिटाइज कराता है ताकि लोग संक्रमण का शिकार न हों.